देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारूती सुजुकी के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। उसके हरियाणा स्थित मानेसर संयंत्र में पिछले 15 दिनों से चली आ रही कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। हरियाणा सरकार मारुती कंपनी प्रबंधन और कंपनियों के कर्मचारियों के बीच समझौता कराने में आगे आया। हड़ताल को खत्म कराने के लिए प्रबंधन ने निलंबित किए गए 64 स्थाई कर्मचारियों को काम पर वापस बुलाया है। वहीं इस हड़ताल में शामिल अन्य 30 कर्मचारियों का निलंबन कंपनी ने जारी रखा है जिन्होंने इस हड़ताला को भड़काया था। प्रबंधन अपने यहां काम करने वाले लगभग 1200 कर्मचारियों को भी बहाल करेगा।
यह हड़ताल इस महीने की 7 तारीख से जारी था। इस हड़ताल की वजह से कंपनी को लगभग 9 सौ करोड़ का नुकसान हुआ। इस हड़ताल की शुरुआत मानेसर प्लांट में भी अलग से यूनियन बनाने की मांग को लेकर हुई थी। कंपनी ने कर्मचारियों की इस मांग को मानने से मना कर दिया था। कंपनी के मुताबिक गुड़गांव संयंत्र की यूनियन ही मानेसर संयंत्र के कर्मचारियों को नियंत्रित करेगी। जिसके विरोध में कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया। इस हड़ताल को खत्म करने के लिए बुधवार से ही हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में यह बातचीत चल रही थी। समझौते पर पहुंचने से पहले माना जा रहा था कि कंपनी प्रबंधन ने व्यक्तिगत स्तर पर उन सभी कर्मचारियों के मामलों पर विचार किया जिनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी। अब फिर से मारुति के मानेसर संयंत्र में प्रोडक्शन का काम शुरू हो गया है।
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