बिहार से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की 'जन चेतना यात्रा' के बाद अन्य राजनेताओं की भी यात्राओं का दौर प्रारम्भ हो गया है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नौ नवंबर से ‘सेवा यात्रा' पर निकलने वाले हैं तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 'गांव-गांव यात्रा' करने की घोषणा कर दी है. राजद की ‘गांव-गांव यात्रा' गया जिले से प्रारम्भ होने वाली है तो मुख्यमंत्री की ‘सेवा यात्रा' पश्चिम चम्पारण जिले से प्रारम्भ होगी.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने बुधवार को बताया कि राजभवन मार्च के बाद और दरौंदा विधानसभा क्षेत्र में पिछले चुनाव के बाद उपचुनाव में मतों की संख्या में वृद्धि के बाद कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है. राजद का मानना है कि पार्टी को गांव-गांव में जाकर पैठ बनाने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि लोगों में पार्टी के प्रति खोया विश्वास फिर से लौटाना होगा. वह कहते हैं कि इस यात्रा के दौरान लालू प्रसाद गांव-गांव में घूमकर स्थिति का जायजा लेंगे और सरकार की विकास योजनाओं का पोल खोलेंगे.
पार्टी नेताओं का मानना है कि इसी बहाने राजद गांव में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश करेगी. एक नेता के अनुसार छठ के बाद इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा. नीतीश कुमार राज्य में दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद पहली बार नौ नवंबर से 'सेवा यात्रा' प्रारम्भ करने वाले हैं. इस दौरान वह विकास योजनाओं का औचक निरीक्षण करेंगे तथा इस यात्रा के दौरान एक जिले में दो से चार दिन तक रहेंगे. मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम चम्पारण जिले से नौ नवंबर को प्रारम्भ इस यात्रा के प्रथम चरण में वह 10 जिलों का भ्रमण करेंगे. इस क्रम में अधिकारियों को मुख्यमंत्री के जिले में जाने के कार्यक्रम की तो जानकारी होगी लेकिन वहां से वह किस प्रखंड में और किस पंचायत में जाएंगे इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी. मुख्यमंत्री अचानक किसी गांव में पहुंचेंगे और वहां की विकास योजनाओं को देखेंगे. योजनाओं की समीक्षा के बाद हर जिले में एक सभा होगी.
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य में शासन व्यवस्था, विकास योजनाओं की समीक्षा और प्राचीन व ऐतिहासिक स्थलों का विकास और पौधारोपण अभियान को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि राज्य में सेवा अधिकार कानून को लागू किया गया है, इस कारण इस यात्रा को 'सेवा यात्रा' नाम दिया गया है. राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मुख्य सचिव ने ‘सेवा यात्रा' की तैयारी के लिए सभी विभागों और सम्बंधित जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं.
उन्होंने जन शिकायत निवारण विभाग को अन्य यात्राओं में मिली शिकायतों के निपटारे की रपट तैयार करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. सभी योजनाओं की रपट तैयार करने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया गया है तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के भी आदेश दिए गए हैं. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अब तक विकास यात्रा, न्याय यात्रा, प्रवास यात्रा, धन्यवाद यात्रा कर चुके हैं.
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