अरविंद केजरीवाल को इनकम टैक्स विभाग ने फिर से नोटिस जारी किया है और कहा है कि वह एक हफ्ते के भीतर 9 लाख रुपये जमा कराएं। भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी रह चुके अरविंद केजरीवाल पर इनकम टैक्स विभाग ने नौकरी के सेवा शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगया है और इस मामले में उनको 9 लाख रुपये भगुतान करने को कहा है। विभाग अरविंद को इस मामले में पहले भी नोटिस भेज चुका है।
गौरतलब है कि इस साल के अगस्त महीने में अरविंद केजरीवाल को इनकम टैक्स विभाग से इसी तरह का नोटिस मिला था। इस नोटिस में उन पर न केवल सेवा शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था बल्कि 9 लाख रुपया बकाया बताते हुए उसका भुगतान करने को भी कहा गया था। केजरीवाल आईआरएस (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) के तहत इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत थे। हालांकि 2006 में ही वह इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन उनका इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है। विभाग अब भी उन्हें सरकारी अधिकारी मान कर चल रहा है। सरकार के मुताबिक इस्तीफा तभी स्वीकार किया जा सकता है जब सारे बकाये का भुगतान कर दिया जाए।
यह मामला काफी पहले से चल रहा है, लेकिन केजरीवाल को नोटिस तब भिजवाया गया था जब अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल लाने की मांग को लेकर अनशन का एलान कर चुके थे और सरकार से टीम अन्ना का आमना-सामना शुरू हो गया। अगस्त महीने में अन्ना का अनशन शुरू होने के एक हफ्ते पहले भेजे गए इस नोटिस में केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने सर्विस बॉन्ड का उल्लंघन किया। केजरीवाल ने गुरुवार को इस नोटिस का जवाब भेज दिया।
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