राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राज्य में सुशासन और विकास के दावे को खोखला बताया। राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 124वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने नीतीश सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा, 'राज्य में नौकरशाही हावी है। बीते छह साल में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है' राज्य के सकल घरेलू उत्पाद दर में 14 फीसदी की बढ़ोतरी के दावे को चुनौती देते हुए ललन ने कहा, 'सरकार को राज्य के लोगों को बताना चाहिए कि जीडीपी में 14 फीसदी प्रगति में किस क्षेत्र का कितना योगदान है। सेवा क्षेत्र जीडीपी में महत्वपूर्ण होता है, लेकिन राज्य में इसका योगदान तीन फीसदी है।'
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की जीडीपी में बढ़ोतरी में रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र का करीब नौ फीसदी का योगदान है। इसमें भ्रष्ट तरीके से संपत्ति जुटाने वाले अधिकारियों का पैसा लगा हुआ है। पार्टी के खिलाफ गतिविधियों के आरोप में जेडीयू से सस्पेंड कि गए मुंगेर के सांसद ने कार्यक्रम में मौजूद कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से अनुरोध किया, 'केंद, सरकार को एक स्वतंत्र एजेंसी बनाकर गांव-गांव और शहर में सर्वे कराकर पता लगाना चाहिए कि किस प्रकार रियल एस्टेट में भ्रष्टाचार से कमाया पैसा लगा है।' एक समय मुख्यमंत्री के करीबी रहे ललन सिंह ने बिहार में सत्ता परिवर्तन के लिए लंबा संघर्ष करने का संकल्प व्यक्त करते हुए कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही।
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