40 वर्ष पहले मिली जीत और "विजय दिवस". - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

40 वर्ष पहले मिली जीत और "विजय दिवस".

आजाद हिंदुस्तान को सबसे बड़ी जीत आज ही के दिन 40 साल पहले  मिली थी. 16 दिसंबर 1971 को महज 13 दिनों की लड़ाई के बाद हिंदुस्तानी सैनिकों के आगे पाकिस्तानी सैनिकों ने हथियार डाल दिए थे और विश्व के नक्शे में बांग्लादेश का जन्म हुआ. बांग्लादेश एक अलग मुल्क बना.पाकिस्तान से यह लड़ाई 3 दिसंबर 1971 को शुरू हुई. यह युद्ध 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के आत्मसमर्पण के साथ खत्म हुआ.

यह युद्ध बांग्लादेश लिब्रेशन वॉर पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच था.इस युद्ध में बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत शामिल थे.यह जंग बांग्लादेश में लड़ी गई थी. पाकिस्तान ने पूर्वी पाक में बंगालियों के विद्रोह को कुचलने के लिए बर्बरता का रास्ता अपनाया था. पाकिस्तान के अत्याचार को रोकने के लिए भारत ने बांग्लादेश की मदद की थी. 5 मार्च 1971 को पाकिस्तान के जनरल टिक्का खान ने बंगालियों को दबाने के लिए ऑपरेशन सर्चलाइट शुरू किया था. इसके तहत हजारों बंगालियों को योजनाबद्ध तरीके से मार दिया गया था.

3 दिसंबर 1971 को युद्ध में पाकिस्तान की मदद के लिए अमेरिका और भारत की मदद के लिए सोवियत सेनाएं हिंद महासागर के रास्ते आ गईं.भारतीय सैनिकों के हौसलों के आगे पाकिस्तानी सैनिक कहीं भी टिक नहीं सके. इस युद्ध के बाद 90,000 पाक सैनिकों ने लेफ्टिनेंट जनरल एके नियाजी के नेतृत्व में आत्मसमर्पण कर दिया और  दुनिया के नक्‍शे पर पूर्वी पाकिस्तान नामक एक अलग देश बांग्लादेश बना.

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