अक्टूबर महीने में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की ग्रोथ नेगेटिव रही और इसमें 5.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल अक्टूबर महीने में आईआईपी ग्रोथ 11.4 फीसदी रही थी, जबकि इस साल सितंबर में यह 1.9 फीसदी रही थी।
प्रधानमंत्री सलाहकार समिति के चेयरमैन सी रंगराजन ने खराब आईआईपी आंकड़ों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कोयला, सड़क, रेलवे में निवेश बढ़ाकर देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकी जा सकती है।
आईआईपी को सबसे तगड़ा झटका लगा है कैपिटल गुड्स सेक्टर से। देश की दिग्गज कैपिटल गुड्स कंपनी एलएंडटी ने खराब आंकड़ों के लिए सरकारी पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया है। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ए एम नाइक के मुताबिक सरकार की नीतियों की वजह से मैन्युफैक्चरिंग, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर खस्ता हाल होते जा रहे हैं।
नाइक ने कहा कि उन्हें जीडीपी के 7 फीसदी से नीचे जाने की बात साल भर पहले ही बता दी थी। ए एम नाइक के मुताबिक अगले साल भी देश की जीडीपी में सुधार के आसार बहुत कम हैं। नाइक का मानना है कि अगर अगले साल मॉनसून अच्छा नहीं रहा तो जीडीपी की ग्रोथ 6 फीसदी के नीचे भी आ सकती है।
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