शनिवार को नाटो हमले में पाकिस्तान के 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर नाटो और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच ताजा झड़प की खबरें हैं। अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार तड़के अफगानिस्तान के पकटिका प्रांत में सीमा पार से अंधाधुंध गोलीबारी हुई। हालांकि समय रहते ही इस पर काबू पा लिया गया। इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
नाटो हमले के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में गठबंधन सेनाओं से सहयोग करना शुरू कर दिया है। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने अमेरिकी मीडिया में आ रही ऐसी खबरों का खंडन किया है। इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के प्रवक्ता ने कहा, ‘बुधवार को अफगान-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तानी सैनिकों और नाटो फौजियों के बीच ताजा झड़प नहीं हुई है।’ इस बीच, पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर इलाके में पेशावर स्थित पुलिस मुख्यालय के समीप बम धमाके की खबर है। शुरुआती खबरों के मुताबिक यह धमाका डीसीओ ऑफिस में हुआ। इस धमाके में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
बम धमाके से डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेशन अफसर के दफ्तर की दीवार पूरी तरह ढह गई। चश्मदीदों के मुताबिक धमाके की गूंज पूरे पेशावर में सुनवाई दी। पेशावर पाकिस्तान से अफगानिस्तान जाने के रास्ते में आखिरी सबसे बड़ा शहर है। यह मोहमंद से भी ज्यादा दूर नहीं है जहां बीते शनिवार को नाटो के हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी फौजी मारे गए थे। हालांकि इस हमले के पीछे किसका हाथ है?, यह अभी साफ नहीं हो सका है। लेकिन आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका का साथ दे रही पाकिस्तान सरकार के विरोध में तालिबान आतंकवादी पेशावर में अक्सर बम धमाके करते रहे हैं। पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तानी तालिबान के खिलाफ कई अभियान चलाए लेकिन इस गुट की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो सकी। पाकिस्तानी तालिबानी को अल कायदा का बेहद करीबी माना जाता है।
मुंबई पर हुए 26/11 हमले के आरोपी और प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) का कहना है कि वह पाकिस्तान का तालिबानीकरण कर देंगे। संगठन ने चेतावनी दी कि पाकिस्तानी युवाओं को ट्रेनिंग देने के साथ अमेरिका और भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ा जाएगा। जेयूडी ने पाक सैनिकों पर नाटो हमले के विरोधस्वरूप लाहौर में प्रदर्शन किया। संगठन के वरिष्ठ नेता अमीर हमजा ने कहा, ‘संगठन पाक सेना के साथ है। हम अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित लड़ाकों में तब्दील करेंगे। पंजाब यूनिवर्सिटी, सरकारी कॉलेजों, कृषि विश्वविद्यालय और हर जगह केवल तालिबान होगा।’
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