राजधानी में गिरफ्तार पाकिस्तानी महिला जासूस और उसके साथी के निशाने पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने नेपाल में इन्हें ट्रेनिंग दी और तबाही मचाने के लिए भारत भेज दिया। इनके निशाने पर गुजरात के अलावा अन्य राज्यों के अहम ठिकाने भी थे।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को गिरफ्तार किए गए सूफिया कंवल और इमरान कराची के बाशिंदे हैं। इन जिहादियों को अहमदाबाद में अक्षरधाम मंदिर के अलावा आगरा और दिल्ली के कैंटोनमेंट एरिया के रेकी का काम सौंपा गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से अब तक हुई पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार इन्होंने मोदी को मारने की अपनी योजना का ब्यौरा नहीं दिया है लेकिन पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि लश्कर-ए-तैयबा, इंडियन मुजाहिदीन या जैश-ए-मुहम्मद इन्हें साजो-सामान मुहैया करा रहे थे। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने मोदी की जान को खतरा के बारे में गुजरात पुलिस को अलर्ट कर दिया है।
पुलिस ने जासूसों से पाकिस्तान में इन्हें मिलने वाली ट्रेनिंग के बारे में भी पूछताछ कर रही है। दिल्ली पुलिस को इनसे पूछताछ के बाद इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों के नेटवर्क से जुड़े नए सबूत हाथ लगे हैं। भारत में आईएम के मुखिया सिद्दी बापा उर्फ शाहरुख ने अपने संगठन के लोगों को एक दूसरे से बात करने के लिए अलग-अलग सिम कार्ड का इस्तेमाल करने का हुक्म दिया है। शाहरुख खुद भी अपने पास कई मोबाइल फोन रखता है।
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