पुणे से करीब 35 किमी दूर स्थित वाडे बोल्हाई गांव के पास मंगलवार की दोपहर 12.45 बजे भारतीय वायुसेना का सुखोई-30 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भीषण हादसे में विमान जलकर खाक हो गया है, परंतु विमान वन विभाग की खाली जमीन पर गिरने की वजह से जनहानि नहीं हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार सुखोई-30 एमकेआई विमान ने लोहेगांव हवाई ठिकान से दोपहर 12.45 बजे के करीब उड़ाने भरी थी और वह 1 बजकर 10 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान उड़ा रहे दोनों चालक समय से पहले ही पॅराशूट की मदद से विमान से बाहर कूद गये थे। जिसकी वजह से वे बच गये हैं।
दिल्ली में वायुसेना के प्रवक्ता ने आशंका व्यक्त की है कि उड़ाने भरते ही विमान का हवाई ठिकाने के साथ संपर्क टूट गया था। उन्होंने बताया कि इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना के युद्धक विमानों की यह इस वर्ष की आठवीं घटना है। महत्वपूर्ण है कि पिछले तीन वर्षो में वायुसेना ने 30 लड़ाकू विमान, 10 हेलिकॉप्टर्स और 13 पॉयलट विभिन्न हादसों में खोये हैं। इनमें से कुछ हादसों में विमान निवासी इलाकों में गिरने की वजह से 6 लोगों को भी जान से हाथ धोना पड़ा है।
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