अगर आपको नकद पैसों की ज़रुरत होती है तो आप नज़दीक की एटीएम मशीन में अपना डेबिट या क्रेडिट कार्ड डालकर पैसे निकाल लेते हैं. लेकिन आपको अगर जल्दी में पूजा के लिए मंदिर जाना हो या शादी या जन्मदिन के जश्न में शामिल होना हो और आप सोने या चांदी के सिक्के भेंट करना चाहते हैं तो आपको नज़दीक के सुनार के पास जाना पड़ता है.
अब जल्द ही आपको सुनार के पास जाने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी. मुंबई में सोने, चांदी और हीरों का एक एटीएम स्थापित किया गया है जहां आप उसी तरह से सोने और चांदी के सिक्के, पेंडेंट या कान की झुमके निकाल सकते हैं, जैसे आप क़रारे नोट निकालते हैं. ये एटीएम गीतांजलि ज्वैलर्स ने लगाया है. कंपनी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल कहते हैं, "ये अपने आप में भारत का ही नहीं बल्कि विश्व का पहला एटीएम है जो सोने, चांदी और हीरों के सिक्के को खरीदने के लिए स्थापित किया गया है."
यह एटीएम बिल्कुल उसी तरह से काम करता है जैसे पैसे निकालने वाले एटीएम करते हैं. फ़र्क ये है कि एक से पैसे निकलते हैं और दूसरे से सोने और चांदी के सिक्के. अगर आप एटीएम से पैसे निकालना जानते हैं तो सोने के सिक्के भी आसानी से निकाल सकते हैं. राजीव अग्रवाल के अनुसार उनकी कंपनी ऐसे एटीएम भारत के हर शहर में लगाना चाहती है, "लेकिन ये निर्भर करेगा कि मुंबई में लगे एटीएम ग्राहकों को कितना भाता है.".
मुंबई में लगा एटीएम लोअर परेल के एक शॉपिंग सेंटर में स्थापित है. मैं जब वहाँ गया तो कई घंटे एटीएम के बाहर खड़ा रहा लेकिन केवल एकाध ग्राहक ही वहाँ आया. ख़बर है कि ये एटीएम अब तक लोगों में लोकप्रिय नहीं हुआ है. वहाँ खड़े एक व्यापारी ने कहा, "आइडिया अच्छा है लेकिन इसका प्रचार नहीं किया गया है जिसके कारण यहां लोग नहीं आते." गीतांजलि ने इस एटीएम को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया था और जिस दिन इसे दोबारा शुरू किया गया तब भी ग्राहक नज़र नहीं आये. राजीव अग्रवाल के अनुसार ये अपने आप में दुनिया की पहली मशीन है इसलिए इसमें शुरू में तकनीकी समस्याएँ खड़ी हुई हैं, "हम इस कमी को जल्द ही पूरा कर देंगे."
गीतांजलि का क़दम निराला है. दूसरी कम्पनियां इस तरह के एटीएम लगाने का कोई इरादा नहीं रखती हैं. लेकिन शायद वो दिन दूर नहीं जब पैसे वाले एटीएम की तरह सोने और चांदी वाले एटीएम भी देश के कोने-कोने में स्थापित हो जाएंगे. दुनिया में सबसे अधिक सोना भारत में इस्तेमाल किया जाता है. शादी का अवसर हो या त्योहार का या फिर जन्मदिन हो या मंदिर में भेंट चढाने का, सोने का इस्तेमाल हर जगह होता है. राजीव अग्रवाल के अनुसार उन्हें इस एटीएम को स्थापित करने का आइडिया इन्हीं ज़रूरतों को देख कर आया.
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