अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा है कि कोई भी देश मंदी के बढ़ते खतरे से सुरक्षित नहीं है. इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी थी कि दुनिया एक और आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है. आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्ड ने कहा, 'ऐसी कोई अर्थव्यवस्था नहीं है जो इस खतरे से बची हुई है. हम न केवल उसे पसरता हुआ देख रहे हैं बल्कि वह बढ़ भी रहा है.'
वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश विभाग में बोलते हुए क्रिस्टीन लैगार्ड ने कहा कि दुनिया भर के आर्थिक नेताओं को मौद्रिक कमजोरी से निपटने के लिए एक साझा दृष्टिकोण अपनाना होगा. उन्होंने कहा, 'मंदी से निपटने के लिए कोशिश करने की ज़रुरत होगी, सामंजस्य की जरूरत होगी और साफ है कि इसकी शुरुआत समस्या के जड़ से करनी होगी, जो स्पष्ट रूप से यूरोपीय देश हैं. खासकर वो जो यूरोज़ोन में हैं.' गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक2012 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि और कम रहेगी और यहां तक कि भारत और चीन जैसी तेजी से बढ़ती ताकतें भी इसे संभाल नहीं पाएंगी.
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