भ्रष्टाचार हटाने के लिए भारतीयों को ‘ज्यादा ध्यान’ देने की सलाह देते हुए तिब्बत के धार्मिक नेता दलाई लामा ने कहा कि वह अन्ना हजारे के आंदोलन का पूरी तरह समर्थन करते हैं। हालांकि उन्होंने आंदोलन के तरीके पर कुछ कहने से इनकार कर दिया।
तिब्बतियों को चेला और भारत को गुरु बताते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से ‘चेला’ को शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। दलाई लामा ने कहा कि भारत में लोग मानने लगे हैं कि भ्रष्टाचार जीवन का हिस्सा बन गया है और वह छात्रों और व्यापारियों से बात करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, ‘कई लोगों को अन्ना के तरीकों को लेकर थोड़ी बहुत आपत्तियां हैं, लेकिन प्रेरणा बहुत जरूरी है। लोगों ने सोचना शुरू कर दिया है कि भ्रष्टाचार जीवन का हिस्सा है। यह आंदोलन राष्ट्र और राजनेताओं को सही मायनों में याद दिलाता है कि भ्रष्टाचार पूरी तरह गलत चीज है।’
कला, संस्कृति और शिक्षा के लिए दयावती मोदी पुरस्कार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैं आंदोलन का पूरी तरह समर्थन करता हूं, लेकिन उसके तरीके के बारे में मैं नहीं जानता।’
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