अन्ना पक्ष की कोर कमेटी की दो दिवसीय बैठक बुधवार से शुरू होगी। अन्ना पक्ष की कोर कमेटी की इस बैठक में मजबूत लोकपाल विधेयक संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में पारित नहीं होने की स्थिति में रामलीला मैदान मे प्रस्तावित आंदोलन सहित भविष्य की अन्य योजनाएं तय की जाएंगी।
अन्ना हजारे इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में उनकी चिंताओं को दूर करने वाला लोकपाल विधेयक पारित नहीं होने की स्थिति में 27 दिसंबर से अनिश्चितकालीन अनशन पर जाने के उनके निर्णय पर अंतिम विचार-विमर्श किया जाएगा।
अन्ना पक्ष के सूत्रों ने बताया कि कोर कमेटी इस बारे में भी चर्चा करेगी कि यदि स्थिति की जरूरत उत्पन्न हुई तो वे विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में अपने चुनावी अभियान में आगे कैसे बढ़ाया जाएगा। अन्ना पक्ष के एक सदस्य ने कहा, इस बैठक में इन सभी मुद्दों पर प्रारंभिक चर्चा होगी। सूत्रों ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक में रामलीला मैदान के आंदोलन के तरीके पर चर्चा होगी, जैसे क्या हजारे को अनशन पर बैठना चाहिए या नहीं? और विरोध प्रदर्शन के लिए समर्थन कैसे जुटाया जाए, जिसका आयोजन ठंड के दिनों में होगा।
सूत्रों ने बताया कि इसके साथ ही हजारे के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंताएं हैं और विरोध प्रदर्शन के तरीके पर निर्णय करते समय इन सभी कारकों पर विचार किया जाएगा। हजारे ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सीधे निशाने पर लेते हुए सरकार पर यह कहते हुए हमले तेज कर दिये हैं कि प्रधानमंत्री कोई निर्णय नहीं करते जबकि राहुल गांधी प्रस्तावों को कमजोर कर रहे हैं। कांग्रेस लगतार इस बात पर जोर डाल रही है कि हजारे को विरोध प्रदर्शन शुरू करने से पहले संसद की ओर से विधेयक पारित किये जाने का इंतजार करना चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें