फोरेंसिक रिपोर्ट दबाने में पीएमओ का हाथ. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 5 दिसंबर 2011

फोरेंसिक रिपोर्ट दबाने में पीएमओ का हाथ.

टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण ने सोमवार को विवादास्पद सीडी मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घसीट लिया और आरोप लगाया कि सीडी संबंधी फोरेंसिक रिपोर्ट को दबाने में पीएमओ का हाथ है। रिपोर्ट में कथित तौर पर कहा गया है कि सीडी से छेड़छाड़ की गयी। सीडी में प्रशांत भूषण के पिता शांति भूषण को लेकर विवादास्पद बातें कही गयी हैं।
एक आरटीआई का जवाब आने के बाद प्रशांत भूषण ने यह टिप्पणी की है। आरटीआई के जवाब में बताया गया है कि सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (सीएफएसएल) चंडीगढ़ द्वारा की गयी फोरेंसिक जांच दर्शाती है कि सीडी से छेड़छाड़ की गयी। यह रिपोर्ट दो अन्य इसी प्रकार की जांच के परिणामों की विरोधाभासी है।
भूषण ने दावा किया कि सुभाष अग्रवाल की आरटीआई के जवाब में पीएमओ ने केवल दिल्ली सीएफएसएल की रिपोर्ट उपलब्ध करायी, चंडीगढ़ की रिपोर्ट नहीं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री पी चिदम्बरम तथा पीएमओ द्वारा दिल्ली सीएसएफएल की रिपोर्ट का खुलासा करने और चंडीगढ़ सीएफएसएल की रिपोर्ट को रोके रखना दर्शाता है कि इस प्रकार के झूठे प्रचार के पीछे सरकार का हाथ है।
भूषण ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी अभियान से जुड़े महत्वपूर्ण सदस्यों को बदनाम करने के सरकार के प्रयासों की यह शुरूआत थी, जो आज भी जारी है। इस सीडी के सामने आने के बाद शांति भूषण ने 14 अप्रैल को दिल्ली पुलिस के समक्ष एक शिकायत दर्ज करायी थी कि यह सीडी झूठी है और उन्होंने मुलायम सिंह या अमर सिंह से कोई बातचीत नहीं की थी। उन्होंने कहा कि आठ महीने पहले सामने आने के बावजूद यह (चंडीगढ़) रिपोर्ट केन्द्रीय सूचना आयोग के आदेश पर चंडीगढ़ सीएसएफएल ने सुभाष चंद्र अग्रवाल को मुहैया करायी।
भूषण ने दावा किया, इस तथ्य के बावजूद उन्होंने दिल्ली सीएफएसएल की झूठी रिपोर्ट मीडिया को यह कहते हुए जारी की कि यह सीडी सही है। यहां तक कि सुभाष अग्रवाल के आरटीआई के जवाब में पीएमओ तक ने केवल दिल्ली सीएफएसएल की रिपोर्ट उन्हें दी, चंडीगढ़ वाली रिपोर्ट नहीं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने अमर सिंह और मुलायम सिंह वाली सीडी सीएफएसएल लैब को नहीं भेजी जिसमें यह साफ पता चलता कि इस फर्जी सीडी में मुलायम सिंह की सारी बातें अमर सिंह की टेप से लेकर सीडी में कट पेस्ट की गयी थी जो 2006 में उच्चतम न्यायालय में जमा करायी गयी थी।
भूषण ने कहा कि शांति भूषण ने अमर सिंह की सीडी की एक कापी दिल्ली पुलिस को दी थी और हमने 17 अप्रैल 2011 को हुए संवाददाता सम्मेलन में साफ दिखाया था कि अमर सिंह के टेप से लेकर इस फर्जी सीडी में मुलायम सिंह की बातें सिर्फ कट पेस्ट की गयी हैं।

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