करोड़ों डालर की विश्व सीरीज हाकी को शुरू होने से पहले ही बड़ा झटका लगा क्योंकि भारत के छह शीर्ष खिलाड़ियों ने 17 दिसंबर से देश के विभिन्न शहरों में होने वाली लीग से अपना नाम वापस ले लिया है।
हाकी इंडिया के महासचिव नरिंदर बत्रा को लिखे पत्र में गोलकीपर भरत छेत्री और पीआर श्रीजेश, स्टार ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह, डिफेंडर सरदार सिंह और फारवर्ड तुषार खांडेकर तथा युवराज वाल्मिकी ने इस अनधिकत लीग के बजाय देश को तरजीह दी क्योंकि इसकी तारीखें ओलंपिक क्वालीफायर के लिए लग रहे राष्ट्रीय शिविर के साथ पड़ रही हैं।
हाकी इंडिया को लिखे एक पत्र में इन सभी छह खिलाड़ियों के हस्ताक्षर मौजूद हैं। इस पत्र के अनुसार, हम विश्व सीरीज हाकी (डब्ल्यूएसएच) में नहीं खेल रहे हैं और 11 दिसंबर 2011 से फरवरी 2012 तक दिल्ली में लगने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के राष्ट्रीय शिविर में भाग लेंगे। हम ओलंपिक क्वालीफायर के लिए राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। पत्र में लिखा है, हमने विश्व सीरीज हाकी से इस धारणा से हस्ताक्षर और करार किया कि डब्ल्यूएसएच हमें खेलने के लिए बाध्य नहीं करेगी और हमें राष्ट्रीय शिविर के लिए जाने देगी।
ये खिलाड़ी अभी दक्षिण अफ्रीका में चल रहे चैम्पियंस चैलेंज वन में खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने देश की ओर से खेलेंगे और भारत का प्रतिनिधित्व करना हमारे लिए गौरव का क्षण है। खिलाड़ियों ने हालांकि लीग में खुद के भाग लेने की संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं किया है और उन्होंने डब्ल्यूएसएच से इस टूर्नामेंट को स्थगित करने का आग्रह किया है। उन्होंने इस पत्र में लिखा कि हम विश्व सीरीज हाकी से राष्ट्रीय हित के लिए इस टूर्नामेंट को ओलंपिक क्वालीफायर के बाद तक स्थगित करने की अपील करते हैं। डब्ल्यूएसएच के आयोजकों ने हालांकि कहा कि उन्हें इन छह खिलाड़ियों से टूर्नामेंट से नाम बाहर लेने संबंधित कोई भी जानकारी नहीं मिली है।
निम्बस स्पोर्ट के मुख्य परिचालन अधिकारी यानिक कोलासो ने कहा कि अभी तक हमें किसी भी खिलाड़ी के नाम वापस लेने की सूचना नहीं मिली है और इनमें सभी पाकिस्तानी खिलाड़ी भी शामिल हैं। हमें इन छह खिलाड़ियों से कोई भी सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि बल्कि सभी खिलाड़ियों ने किट के लिए अपनी पंसद बता दी है। कोलासो ने बत्रा पर आरोप लगाया कि वह भारतीय खिलाड़ियों को लीग में भाग लेने से रोकने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हाकी इंडिया और बत्रा डब्ल्यूएसएच में खिलाड़ियों को खेलने से रोकने के लिए सभी तरह की तरीके अपना रहे हैं। बल्कि एक खिलाड़ी ने तो मुझे बताया कि बत्रा उसे डब्ल्यूएसएच से नाम वापस लेने की धमकी दे रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो वह भारत की ओर से नहीं खेल पाएगा। निम्बस स्पोर्ट और प्रतिद्वंद्वी भारतीय हाकी महासंघ (आईएचएफ) मिलकर इस फ्रेंचाइजी आधारित लीग का आयोजन कर रहे हैं।
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