योजना आयोग ने ग्रीन सरचार्ज के नाम पर पेट्रोल पर 2 रुपए सेस लगाने की सिफारिश की है. इसके साथ हीमहंगाई की मार झेल रही देश की जनता के लिए कार और स्कूटर खरीदना और चलाना जल्द ही और महंगा हो सकता है. आयोग ने ग्रीन सेस के नाम पर सभी निजी वाहनों के बीमा की कीमत में भी 3 फीसदी इजाफा करने की मांग की है. इसके साथ सबसे बड़ा झटका अर्बन टैक्स के नाम पर वसूलने की सिफारिश के तौर पर किया गया है.
योजना आयोग के पैनल ने सुझाया है कि नई कार और स्कूटर की खरीद पर साढ़े सात फीसदी अर्बन टैक्स लागू करने से सरकार को बारहवीं पंच वर्षीय योजना के दौरान 2,35,741 करोड़ रुपए का राजस्व मिल पाएगा. तेल कंपनियों ने एक बार फिर पेट्रोल की कीमतें 50 पैसे से 1 रुपए तक बढ़ाने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार अगले एक हफ्ते में ये बढ़ोतरी हो सकती है. यह डॉलर के मुकाबले रुपए में आई कमजोरी का असर है. डॉलर के मुकाबले रुपए में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की जा रही है. एक डॉलर की कीमत 53 रुपए से भी ऊपर पहुंच गई है. पिछले महीने 4 नवंबर को पेट्रोल कीमतों में 1.80 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी. हालांकि कीमतें बढ़ाने के बाद उसी महीने दो बार पेट्रोल की कीमतें घटाई भी गई थीं.
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल कीमतों का सीधा असर अन्य ज़रूरी वस्तुओं पर पड़ता है जिससे लगभग हर सामान महंगा हो जाता है. वित्त मंत्री ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि पेट्रोल कीमत बढ़ने का विपरीत असर महंगाई पर पड़ता है. प्रणब ने कहा था, ‘निश्चित रूप से मुद्रास्फीति पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा. लेकिन तेल कीमतें ऊपर जा रही है. और पेट्रोल नियंत्रणमुक्त है.'
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