पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने मंगलवार को खुलासा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने उन्हें परमाणु परिक्षण की तैयारी करने के लिए कहा था,जिसका परिक्षण एनडीए सरकार के मुखिया अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में हुआ।
कलाम यहां नेशनल अकादेमी ऑफ़ डायरेक्ट टैक्सेस के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मई 1996 में नरसिम्हा राव ने उन्हें फ़ोन कर जल्द मिलने को कहा।
कलाम ने कहा " जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने मुझसे परमाणु बम के परिक्षण की तैयार करने को कहा । इसके बाद कांग्रेस सरकार चुनाव हार गई और जब वाजपेयी ने सत्ता संभाली,तो राव ने इस योजना का खुलासा वाजपेयी से किया। राव ने मुझसे योजना की विस्तृत जानकारी वाजपेयी से साझा करने को भी कहा। बाद में मई 1998 में भारत ने परमाणु परिक्षण किया।" कलाम ने कहा कि दोनों नेताओं को इस प्लान को आगे बढ़ाने का माद्दा दिखाया।
1995 में राव ने परमाणु परिक्षण करने का निर्णय लिया था। लेकिन अमेरिकन सैटलाइट्स द्वारा पोखरण में चल रही परमाणु परिक्षण की तैयारी को भांप लेने के बाद परमाणु परिक्षण करने की योजना टल गई। उसके बाद ऐसा सुनने में आया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने राव पर परमाणु परीक्षणों को रोकने के लिए दबाव डाला। अंत में 11 और 13 मई 1998 को वाजपेयी के कार्यकाल में भारत ने परमाणु परिक्षण किया।
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