रेलवे टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए अब किसी भी टिकट के साथ फोटो पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। अभी तक पहचान पत्र की जरूरत ऑनलाइन टिकट बुकिंग के समय ही पड़ती है, लेकिन अब पहचान पत्र टिकट काउंटर से टिकट खरीदते वक्त भी दिखाना अनिवार्य हो सकता है।
रेलवे के मुताबिक उसके इस कदम से टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी। लोग दूसरे नामों से टिकट खरीद लेते हैं और फिर उसे बेच देते हैं। रेलवे इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है और इसे रेल मंत्रालय से हरी झंड़ी मिलना बाकी है।
यह नियम केवल रिजर्वेशन टिकटों पर ही नहीं बल्कि रेलवे की सभी टिकटों पर लागू होगा ।अलावा फर्स्ट, सेकेंड, स्लीपर और जनरल क्लास के टिकट पर भी यह नियम लागू होगा। सरकार इसके लिए पैन नंबर की तरह एक यूनीक नंबर देने पर भी विचार कर रही है जिसे यात्रियों को अपनी टिकट पर हर बार बताना होगा।
अभी तक रेलवे के पास ऐसा कोई मैकेनिज्म नहीं है जिससे वो नॉन इलैक्ट्रिक टिकट बुक करवाने वाले पैसेंजर की पहचान कर सके। रेलवे के 14 में से 11 जोन इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए राजी हैं जबकि कुछ जोन इसे ट्रायल के तौर पर या हिस्सों में लागू करने के बारे में बोल रहे हैं। रेलवे के मुताबिक यात्री की पहचान न होने के कारण रेलवे को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है खासकर किसी हादसे के वक्त समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के वक्त यात्रियों की पहचान काफी मुश्किल हो गई थी उनकी टिकटों पर लिखे नंबर गलत थे ऐसे में कई आंतकवादी भी झूठे नाम से यात्रा कर सकते हैं लेकिन नए नियम के लागू होने से ऐसा होना कठिन हो जाएगा।
1 टिप्पणी:
रेलवे से टिकट की दलाली तभी बंद होगी जब दलाल रेलवेकर्मी को सज़ा मिलेगी और दलाल रेलवेकर्मी को अगर सज़ा मिल जाय तो मंत्री महोदय की दाल-रोटी कैसे चलेगी ||||
क्या टिकट काउंटर पर बैठे बाबू को पता नहीं है की कौन दलाल है और कौन यात्री | ये सभी ड्रामे janta को बेवक़ूफ़ बनाकर संगठित रूप से दलाओं को फायदा पहुँचाने का एक नया तरीका है.....
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