लोकपाल विधेयक के 'कमजोर' मसौदे के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराने के एक दिन बाद वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को कहा कि राहुल युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व रते हैं और टीम अन्ना भविष्य में उनके साथ काम करेगी। अन्ना हजारे ने कहा, "लोकपाल मुद्दे पर सभी के रुख को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी को इस पर निर्णय लेना है। हम भविष्य में उनके साथ काम करेंगे और मैं इस देश की युवा शक्ति में विश्वास करता हूं।" सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से यह पूछे जाने पर कि वह क्यों राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं, जबकि युवाओं के साथ काम करने पर उनका जोर रहा है और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि राहुल ने भी एक प्रभावी लोकपाल विधेयक का समर्थन किया है।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, "कई लोगों का मानना है कि राहुल गांधी शीघ्र ही प्रधानमंत्री बनेंगे लेकिन यदि वह लोकपाल पर अपने वर्तमान विचारों को नहीं बदलते तो यह देश के लिए खतरनाक होगा।" ज्ञात हो कि सरकारी लोकपाल विधेयक के मसौदे का विरोध करने के लिए अन्ना हजारे शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे। वह रविवार को जंतर-मंतर पर एक दिन का सांकेतिक अनशन करेंगे। लोकपाल विधेयक का परीक्षण करने वाली संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में पेश की। अन्ना हजारे ने इसे 'एक कमजोर विधेयक' बताया और इसके लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। अन्ना हजारे से यह पूछने पर कि वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाने पर क्यों नहीं ले रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि सोनिया स्वस्थ नहीं हैं, इसलिए वह उन्हें परेशान नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, "सोनिया स्वस्थ नहीं हैं। यदि वह कुछ कहते हैं तो उनकी तबियत बिगड़ सकती है।"
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