भारत बंद का असर पूरे देश में. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

भारत बंद का असर पूरे देश में.


खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में व्यापारियों की ओर से भारत बंद के मद्देनजर पूरे देश में कहीं मामूली तो कहीं व्यापक असर देखने को मिला। राजधानी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई समेत सभी राज्यों में दुकानें बंद देखीं गईं। 

व्यापारियों के इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा भी शामिल है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में कम से कम 20 स्थानों पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुतले फूंके।

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदन ने कहा कि बंद में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी हैं। उन्होंने दावा किया कि सदर बाजार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, करोल बाग, कश्मीरी गेट, तिलक नगर, रोहिणी, कृष्ण नगर और अन्य थोक और खुदरा बाजार बंद हैं। सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के सरकार के निर्णय के खिलाफ आहूत इस बंद में पूरे देश के व्यापारी हिस्सा ले रहे हैं।

बंद का बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिला, जिसमें ज्यादातर प्रमुख बाजारों में दुकानें खुली रहीं। हालांकि, बंद के मद्देनजर कई निजी स्कूल ऐहतियात के तौर पर बंद रहे। बिहार में सत्तारूढ राजग ने बंद का समर्थन किया है, जबकि कांग्रेस और लोजपा इस बंद के खिलाफ हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: