राज्य सरकार द्वारा स्थायी नौकरियों की मांग स्वीकार नहीं करने और अपनी एक सहकर्मी शिक्षिका को सार्वजनिक तौर पर थप्पड़ मारे जाने की घटना के बाद नाराज शिक्षकों ने आत्मदाह करने की धमकी दी।
शिक्षा गारंटी योजना (ईजीएस) शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल अपने अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह के नेतृत्व में अपनी समस्याओं को लेकर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निजी आवास पर गया। प्रीतपाल सिंह ने कहा, सुखबीर ने हमारी बात नहीं सुनी। हमने फैसला किया है कि हमारे 11 सहयोगी आठ दिसंबर को सुखबीर के घर के सामने आत्मदाह करेंगे।
ईजीएस ने दोषी सासंद की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने बिना किसी देरी के सरकारी नौकरियां देनी की भी मांग की है। सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ईजीएस और पीड़ित महिला पर दबाव डाला जा रहा है और उन्हें मीडिया में दिए गए वक्तव्यों को वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है। सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल के एक स्थानीय नेता ने वरिन्दर कौर नाम की एक महिला शिक्षिका को थप्पड़ जड़ दिया था। यह शिक्षिका भटिंडा की सांसद और सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल से गिददरबाहा में रविवार को हुए कार्यक्रम के दौरान मिलना चाहती थी। वरिन्दर स्थायी नौकरी की मांग कर रही थी।
शिक्षकों का समूह कार्यक्रम स्थल पर अपनी मांगों को लेकर हरसिमरत से मिलने के लिए प्रदर्शन कर रहा था। अकाली दल के कार्यकर्ता उन्हें वहां से भगाना चाह रहे थे। इसी बीच अकाली दल के नेता और दौला गांव के सरपंच बलविंदर सिंह ने वरिंदर को पकड़ लिया और उसे कई बार थप्पड़ मारे।
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