राजस्थान के वीर अपनी वीरता के झंडे गाड़ते आए हैं। इसी वीरता की परंपरा को आगे बढ़ाने वाले नन्हे वीर डूंगर सिंह को देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगे।
पोखरण के 10 वर्षीय डूंगर सिंह ने 27 मार्च 2011 को झोपड़े में आग लग जाने पर जान की परवाह नहीं करते हुए अपने दो भाइयों की जान बचाई थी। अपने भाइयों को बचाने वाले इस नन्हें वीर के हाथ-पैर झुलस गए थे। डूंगर सिंह इस वर्ष राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार को पाने वाला प्रदेश का पहला बच्चा भी होगा।
इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर की प्रेसिडेंट विजयलक्ष्मी कासलीवाल ने बताया कि संभवत: 24 जनवरी को डूंगरसिंह प्रधानमंत्री से मिलेगा और उनके हाथों वीरता पुरस्कार प्राप्त करेगा। इसके अलावा डूंगर सिंह को गणतंत्र दिवस के मौके पर निकलने वाले जुलूस में भी घूमने का मौका मिलेगा। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने के लिए डूंगरसिंह दिल्ली जाने की तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले वेलफेयर संस्था की ओर से उसे सम्मानित किया जा चुका है।
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