कॉमनवेल्थ घोटाले में आरोपी सुरेश कलमाड़ी को दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है। पिछले 9 महिने से जेल में बंद कलमाडी को 5-5 लाख के दो निजी मुचलके पर रिहा किया गया है। कलमाडी के साथ कॉमनवेल्थ कमेटी के पूर्व महानिदेशक वी के वर्मा को भी जमानत मिली है।
सुरेश कलमाड़ी घोटाले के आरोप में पिछले नौ महीने से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। कॉमनवेल्थ खेलों में घोटाले के आरोपी और भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी वकील ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत की मांग की थी।
कलमाडी को जमानत दिए जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'चार्जशीट पूरा होते ही जांच पूरी हो जाती है। ऐसे में आरोपी का अधिकार है कि उसे जमानत दे दी जाए।'
सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट के मुताबिक कलमाड़ी ने टाइम, स्कोर और नतीजे दिखाने वाली मशीन लगाने के लिए एक स्विस कंपनी ओमेगा को बाजार भाव से ज्यादा कीमत पर कॉन्ट्रैक्ट दिया। सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक इस कॉन्ट्रैक्ट की वजह से देश को करीब 90 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति के अधिकारियों पर आरोप हैं कि ओमेगा नाम की कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देने के लिए इस तरह के हालात पैदा किए गए कि उस कंपनी के अलावा और किसी को वह सौदा न मिल पाए।
इन्हीं आरोपों के चलते कलमाड़ी को पिछले साल जनवरी में आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था। 25 अप्रैल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया था।
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