ब्रिटेन में हत्या के शिकार हुए भारतीय छात्र अनुज बिदवे के परिवार से जानकारी हासिल करने के लिए दो ब्रितानी पुलिस अधिकारी भारत आएंगे. ब्रिटेन के सैलफ़र्ड में शिक्षा हासिल करने गए 23 साल के अनुज बिदवे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
मुख्य पुलिस अधीक्षक रस जैकसन और उनके एक सहयोगी बिदवे के परिवार और भारतीय अधिकारियों से मुलाक़ात करेंगे. अनुज बिदवे के पिता को उनकी मौत की जानकारी सोशल नेटवर्किंग साईट फ़ेसबुक से मिली थी जिसके बाद वो लगातार पुलिस जांच पर सवाल उठा रहे हैं.
हत्या के संबंध में गिरफ़्तार किए गए 19 साल के एक युवक को ज़मानत पर रिहा कर दिया गया है. जबकि 20-वर्षीय दूसरा युवक पुलिस की हिरासत में है. ग्रेटर मैंचेस्टर पुलिस ने भारतीय छात्र के हत्यारे का सुराग़ देने वाले को पचास हज़ार पाउंड ईनाम देने की भी घोषणा की है. ब्रिटेन पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ''हमारे अधिकारी अनुज के परिवार के साथ लगातार संपर्क में है लेकिन ऐसी परिस्थितियों में फ़ोन पर जानकारी का आदान-प्रदान काफ़ी कठिन होता है.''
अनुज बिदवे छुट्टियां बिताने के लिए नौ अन्य भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ ग्रेटर मैचेस्टर गए थे. ये छात्र ऑर्डसाल में स्थित अपने होटल से सिटी सेंटर की तरफ़ जा रहे थे, तभी एक व्यक्ति सड़क पर आकर अनुज बिदवे से बात करने लगा. इसके कुछ ही देर बाद उस व्यक्ति ने बंदूक निकाल ली और बिदवे की कनपट्टी पर क़रीब से गोली मार दी. हमलावर और उसका एक सहयोगी गोली चलाकर पैदल ही अस्गार्ड ड्राईव की तरफ़ भाग निकले.
माइक्रो इलेक्ट्रोनिक्स में पोस्ट ग्रैजुएशन कर रहे बिदवे को हमले के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई. पुलिस अब तक हत्या के कारणों का पता नही लगा पाई है. इस हमले के नस्लीय हिंसा होने का कोई पुख्ता साक्ष्य तो अभी तक सामने नही आया है लेकिन ब्रितानी पुलिस के एक अधिकारी ने कहा है कि वो इस मामले को नस्लीय हिंसा के तौर पर ही देख रहे हैं.
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