विश्व हिंदू परिषद के प्रवीण तोगड़िया ने अल्पसंख्यक आरक्षण के फैसले को संविधान विरोधी करार देते हुए हिंदुओं की रोजी-रोटी पर हमला बताया है. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कोटे से अल्पसंख्यकों को 4.5 फीसदी आरक्षण दिया गया. आगे इसे बढ़ाकर दलितों के कोटे में कटौती करने की योजना है.
लखनऊ में विश्व संवाद केंद्र में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मजहबी आरक्षण संविधान विरोधी है. हमारा संविधान भी कहता है कि सिर्फ सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग को ही आरक्षण दिया जाए. केंद्र सरकार ने संविधान की हत्या कर मुस्लिम वोट बैंक के सामने घुटने टेकते हुए हिंदुओं के हक लूटने का प्रयास किया है.
तोगड़िया ने कहा कि यह हिंदुओं की रोटी, व्यापार और शिक्षा पर हमला है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. अल्पसंख्यक आरक्षण के खिलाफ देशभर में हिंदू रोटी एवं शिक्षा बचाओ आंदोलन शुरू किया गया है. आने वाले दिनों में इसे और व्यापक किया जाएगा. यह तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार अल्पसंख्यक आरक्षण वापस नहीं ले लेती.
भ्रष्टाचार के आरोपी उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसे टालते हुए कहा कि फिलहाल मेरा पूरा ध्यान हिंदुओं का हक बचाने की लड़ाई की ओर है.
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