रेल आधुनिकीकरण पर बनी एक उच्चस्तरीय समिति ने सिफारिश की है कि रेल किराया 25 फीसदी बढ़ा दिया जाये। प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा की अध्यक्षता वाली इस समिति ने रेल किराये को महंगाई दर से जोड़ कर अगले साल में 60 हजार करोड़ रुपये उगाहे जाने का रास्ता बताया है।
सरकार वर्ष 2012-13 के लिए रेल बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। इसी वक्त समिति ने अपनी यह सिफारिश योजना आयोग को भेजी है। इसमें कहा गया है कि पांच साल में रेल के आधुनिकीकरण के लिए 9,13,000 करोड़ रुपये चाहिए।
रेल किराये को महंगाई दर से जोड़ देने पर इस रकम का खासा हिस्सा जुटाया जा सकता है। 25 फीसदी किराया बढ़ाने से ही 37,500 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। किराया बढ़ाने के पक्ष में रेल मंत्री भी हैं, लेकिन उनकी पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी इस हक में नहीं हैं। रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बीते सितंबर में पित्रोदा समिति बनाई थी। इसके बाकी सदस्यों में एचडीएफसी के दीपक पारिख, आईडीएफसी के राजीव लाल और फीडबैक वेंचर के विनायक चटर्जी शामिल हैं। समिति ने रेलवे को यात्री किराया व माल भाड़ा को महंगाई दर से जोड़ कर 25 हजार करोड़ और बाजार के अनुकूल भाड़ा तय कर 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने का भी सुझाव दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें