कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर उत्तराखंड के देहरादून की एक चुनावी रैली में सोमवार को जूता फेंकने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. हालांकि जूता मंच तक नहीं पहुंच पाया. जूता फेंकने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है. उस युवक के बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है. राहुल पर देहरादून के विकास नगर में जूता फेंका गया. राहुल गांधी ने जूता फेंकने वाले को न मारने की अपील की.
इस घटना के बाद राहुल गांधी ने अपना भाषण पूरा किया और लोगों से भी मिले. उन्होंने इस घटना को भाजपा की हरकत बताते हुए कहा कि वे ऐसी घटनाओं से नहीं डरते हैं. राहुल ने कहा कि लोग सोचते हैं कि जूता-चप्पल मार देने से राहुल गांधी भाग जाएगा लेकिन राहुल भागने वाला नहीं है. भैया किसी को गुस्सा उतारना है तो फेंक दे दो जूते. गौरतलब है कि इससे पूर्व उत्तर प्रदेश में भी बाबा रामदेव के समर्थकों ने राहुल गांधी के काले झंडे दिखाए थे.
भाजपा शासित राज्यों में भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल के समय हुई अनियमितताओं को ढकने के लिए चुनाव से पहले मुख्यमंत्री को बदल दिया. भाजपा के नारे ‘खंडूड़ी है जरूरी’ पर चुटकी लेते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा को अपने ‘चोरों’ की करतूतों को ढकने के लिए मुख्यमंत्री बी सी खंडूड़ी वाकई जरूरी हैं. राहुल ने आरोप लगाया, ‘भाजपा भ्रष्टाचार के बारे में बातचीत करती है लेकिन कर्नाटक, उत्तराखंड, गुजरात में भ्रष्टाचार से आंखें मूंद लेती है जहां वह सत्ता में है.’
कांग्रेस महासचिव ने बसपा से निकाले गये उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू लाल कुशवाहा को भाजपा में शामिल किये जाने का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने घोषणा की कि उत्तराखंड में कांग्रेस के सत्ता में आने पर एक रेलवे लाइन बिछाने की योजना है.
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