लंदन की साहित्यिक एजेंसी टिबर जोंस और प्रतिष्ठित फॉयल्स बुकस्टोर ने दो दक्षिण एशियाई कथा लेखकों श्री कुमार सेन और रोहित मनचंदा को पहले टिबर जोंस दक्षिण एशिया पुरस्कार से संयुक्त रूप से सम्मानित किया।
साल में एक बार दिया जाने वाला यह पुरस्कार रोहित को उनकी अप्रकाशित रचना 'अ प्लेस इन द माइंड' और सेन को उनकी अप्रकाशित रचना 'द स्किनिंग ट्री' के लिए दिया गया है। अस्सी वर्षीय सेन टाइम्स, लंदन के बॉक्सिंग कॉरसपोंडेंट रह चुके हैं। पुरस्कार लेने के लिए वह 47 वर्षो पर बाद भारत लौटे।
मनचंदा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई के प्रोफेसर हैं। दोनों पुरस्कार विजेता एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि को आधे-आधे हिस्से में विभाजित करेंगे। पुरस्कार के लिए 8० से अधिक पांडुलिपियों पर विचार किया गया था।
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