पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को आशा है कि उसकी ताजा क्षमा याचिका पर पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी उसके पक्ष में फैसला देंगे।
सरबजीत के वकील अवायस शेख ने कहा कि उसकी ताजा क्षमा याचिका पर जरदारी की ओर से विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार सरबजीत की रिहाई की काफी संभावना है।
वकील ने दावा किया कि सरबजीत की रिहाई से भारत और पाकिस्तान के बीच की शांति प्रक्रिया में भी तेजी आएगी। शेख ने दावा किया कि सरबजीत को पिछले साल 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किया जाना था। उसे पाकिस्तानी नागरिक खली चिश्ती की रिहाई के ऐवज में छोड़ा जाना था, जो फिलहाल राजस्थान की एक जेल में कैद है।
वकील शेख ने दावा किया, लेकिन अंतिम समय में उस समय यह फैसला बदल दिया गया, जब भारतीय अधिकारियों ने चिश्ती को रिहा नहीं किया। शेख ने कहा कि उन्होंने हाल ही में भारत की यात्रा की, जहां उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे भारत की जेलों में कैद पाकिस्तान के नागरिकों की रिहाई की प्रक्रिया में तेजी लाएं।
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