पूर्व सेना प्रमुख जनरल शंकर राय चौधरी उम्र विवाद में जनरल वीके सिंह के समर्थन में सामने आ गए हैं। जनरल वीके सिंह द्वारा इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने पर राय चौधरी ने कहा कि सिंह ने ऐसा करके ठीक किया।
यह पूछे जाने पर कि क्या सेना प्रमुख को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होना पड़ा, पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि जनरल वीके सिंह सम्मानित व्यक्ति हैं। सेना सम्मान और ईमानदारी के आधार पर काम करती है। मैं नहीं समझता कि वह सम्मान के विषय पर कोई समझौता करेंगे।
जनरल सिंह ने पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की थी, जिसमें सरकार के उस आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसमें उनकी आयु 10 मई 1950 निर्धरित की गई थी, 10 मई 1951 नहीं। इस विषय में पूछे जाने पर जनरल राय चौधरी ने कहा कि निश्चित तौर पर, वह ऐसा कर सकते हैं। एक चैनल पर प्रसारित डेविल्स एडवोकेट कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए क्या सेना प्रमुख को इस स्थिति में पहुंचाया गया। क्या किसी सेना प्रमुख को घटनाओं के आधार पर ऐसी स्थिति में डाला जा सकता है। रक्षा मंत्रालय के आदेश के बाद उनके सामने अदालत में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। यह पूछे जाने पर कि क्या सेवारत सेना प्रमुख को अदालत जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि अगर सेवारत मेजर या कर्नल अदालत जा सकता है, तो मुझे कोई कारण नहीं लगता कि सेना प्रमुख अदालत नहीं जाना चाहिए।
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