बिहार के एक हजार स्कूलों को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए इन विद्यालयों को 6 जोन में बांटा गया है। प्रत्येक विद्यालय में दस कम्प्यूटर लगाए जाएंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने कम्प्यूटर एवं शिक्षकों की आवश्यकता से संबंधी निविदा भी आमंत्रित की है। योजना बिहार शैक्षिक आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएसईआईडीसी) द्वारा क्रियान्वित होगी। शिक्षा विभाग नए साल में बच्चों को यह तोहफा देगा।
प्रत्येक कम्प्यूटर में लाइसेंस्ड सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जाएगा। इससे सॉफ्टवेयर संबंधी समस्याएं कम आएंगी और इससे निबटने में सहूलियत मिलेगी। बिहार में बिजली की समस्या को देखते हुए प्रत्येक स्कूल में 5 केवीए का जेनरेटर लगाया जाएगा। जेनरेटर संचालन के लिए एक हजार रुपये निर्धारित किये गये हैं। इस योजना के तहत कम्प्यूटर शिक्षकों को 8 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जाएगा। इसके पहले कम्प्यूटर शिक्षकों को बहुत कम मानदेय दिया जाता था जिसे लेकर इस योजना के लिए कम्प्यूटर शिक्षक उपलब्ध नहीं हो पाते थे। इन शिक्षकों को एनसीईआरटी द्वारा विकसित पाठ्यक्रम को पढ़ाना होगा।
यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। इससे राज्य के बच्चे स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। योजना के तहत अच्छे शिक्षकों का चयन किया जाएगा। पहले मानदेय कम मिलने की शिकायत शिक्षकों से मिलती रही है। इसे देखते हुए अब मानदेय में बढ़ोत्तरी की गई है।
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