अफगानिस्तान और पाकिस्तान के तालिबान आतंकियों ने दूसरे आतंकी गुटों के साथ एक गठजोड़ किया है। इस गठजोड़ ने फैसला किया है कि वह पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना नहीं बनाएगा, सिर्फ अफगानिस्तान में सक्रिय अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैनिकों पर हमले करेगा।
तालिबान के सर्वोच्च कमांडर मुल्ला उमर के कहने पर आतंकियों ने यह कदम उठाया है। उमर के निर्देश पर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के तालिबान ने पाकिस्तान के अन्य आतंकी संगठनों के साथ मिलकर रविवार को पांच सदस्यीय ‘शूरा’ यानी परिषद बनाई है। यह शूरा पाकिस्तानी बलों पर हमले को रोकेगी।
2001 में काबुल से तालिबान को खदेड़े जाने के बाद से मुल्ला उमर नजर नहीं आया है। रिपोर्टो के अनुसार है वह पाकिस्तानी के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा या इसके आसपास छिपा हुआ है। नई ‘शूरा’ में हक्कानी नेटवर्क और मौलवी नजीर व हफीज गुल के नेतृत्व वाले समूहों के शक्तिशाली कमांडर शामिल हैं। ये समूह पाकिस्तानी सेना के साथ पहले ही शांति समझौते पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
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