जयपुर साहित्य महोत्सव में नया विवाद खड़ा हो गया है और यह विवाद भी सलमान रुश्दी से जुड़ा हुआ है। राजस्थान सरकार ने कहा है कि रुश्दी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी ‘सटैनिक वर्सेज’ पढ़ने या उसका जिक्र करने की इजाजत नहीं है।
खबरों के मुताबिक राजस्थान के गृहमंत्री ने महोत्सव के आयोजकों से कहा है कि रुश्दी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महोत्सव से रूबरू होने की इजाजत तभी मिलेगी जब यह तय हो जाए कि अपने उद्बोधन में रुश्दी सटैनिक वर्सेज का जिक्र न करें। इससे पहले खबरों में कहा जा रहा था कि प्रतिबंधित पुस्तक द सैटोनिक वर्सेज के विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल को कल यानी मंगलवार को संबोधित कर सकते हैं।
सलमान रुश्दी का प्रतिबंधित उपन्यास, द सैटेनिक वर्सेस, के कुछ अंश पढ़ने वाले चार लेखक गिरफ्तारी की आशंकाओं के बीच वापस लौट गए हैं। द सेटेनिक वर्सेस भारत में प्रतिबंधित है। पुस्तक के लेखक को न आने देने की कुछ संगठनों की मांग और उसके बाद रुश्दी की सुरक्षा को लेकर विवाद के बाद चार लेखकों ने इस पुस्तक के कुछ अंश महोत्सव में पढ़े थे। रुचिर जोशी, जीत थायिल, हरी कुंज़रू और अमिताभ कुमार 21 और 22 जनवरी को महोत्सव को बीच में छोड़ गए।
रविवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जानेमाने लेखक सलमान रुश्दी के उस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था । उन्होंने सलमान रुश्दी के उस बयान को गलत ठहराया जिसमें रुश्दी ने राजस्थान पुलिस पर सम्मेलन से बाहर रखने के लिए साजिश करने का आरोप लगाया था। गहलोत ने कहा था कि यदि किसी खास समूह के लोगों में नाराजगी के कारण उनकी जान को कोई खतरा है और ऐसा लगता है कि उससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़ सकता है, तो हमें उसपर विचार करना पड़ता है, क्योंकि यह एक प्रसिद्ध आयोजन है।
1 टिप्पणी:
यह तो होना ही था राजनीति के चलते.
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