पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी व्यवसायी मंसूर एजाज ने कहा है कि वह किसी से भयभीत नहीं हैं और गोपनीय संदेश मामले में मिल रही धमकियों के बावजूद वह न्यायिक आयोग के समक्ष सच्चाई रखेंगे। मामले में प्रमुख भूमिका निभाने वाले एजाज ने आयोग के समक्ष गवाही को लेकर उसे मिल रही धमकियों के बारे में समाचार चैनल 'एनडीटीवी' से बातचीत में कहा, "गवाही को लेकर मुझे धमकियां मिल रही हैं। ये धमकियां ई-मेल के जरिए और अन्य तरीकों से दी जा रही हैं। इनमें से कई धमकियां अत्यंत जातीय हैं जबकि एक अथवा दो बेहद भद्दी और व्यापक अर्थ वाली हैं।"
एजाज ने कहा, "मैं पाकिस्तान आ रहा हूं और सच्चाई बताने जा रहा हूं। मैं यह सुनिश्चित करने जा रहा हूं कि पाकिस्तान की जनता उन कार्रवाइयों के लिए जो उनके नाम पर की जाती हैं, अंतत: अपनी सरकार को जिम्मेदार ठहराने में सक्षम है।" एजाज के मुताबिक, "मेरे लिए कोई फर्क नहीं पड़ता कि धमकी देने वालों के पीछे कौन हैं। वे मुझे आने से नहीं रोक सकते। वे वही कर सकते हैं जो वे चाहते हैं।" एजाज ने कहा, "मामले में अलग-अलग बयान देने वालों सरकार, सरकार में शामिल लोगों, आंतरिक मंत्रालय और मुझे एवं मेरे परिवार को धमकी देने वालों से मैं यह स्पष्ट कहना चाहूंगा कि यह सब कुछ केवल हंगामा खड़ा करने के लिए किया गया है।"
एजाज से यह पूछे जाने पर कि गोपनीय संदेश मामले की जांच कर रहे आयोग के समक्ष वह पहले क्यों नहीं पेश हुए। इस पर एजाज ने कहा, "साफ शब्दों में कहूं तो मैं इनसे डरा नहीं हूं। वे धमकियां दे सकते हैं लेकिन वे मुझे पाकिस्तान आने से नहीं रोक सकते।" एजाज ने कहा, "मैं कारोबार चलाता हूं। व्यापार में मेरे सहयोगी और साझीदार हैं और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मुझे अपने परिवार के बारे में चिंता करनी है।" उल्लेखनीय है कि गोपनीय संदेश मामले में विपक्षी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेताओं एवं अन्य द्वारा याचिकाएं दायर किए जाने के बाद आयोग ने एजाज को इस्लामाबाद में पेश होने के लिए तलब किया है। आयोग के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए एजाज अगले सप्ताह पाकिस्तान आ सकता है। आयोग ने इसके पहले एजाज को 16 जनवरी को पेश होने के लिए कहा था लेकिन वह सुरक्षा चिंताओं के चलते उपस्थित नहीं हुआ।
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