झारखंड के नक्सल प्रभावित गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र स्थित बड़बिल जंगल में आज दोपहर 12 .15 बजे प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने पुलिस के दो वाहनों को लैंड माईंस विस्फोट कर उड़ा दिया। इस हमले में भंडरिया थाना प्रभारी राजबलि चौधरी समेत 13 पुलिस के जवान शहीद हो गए। हमले में पुलिस के तीन जवान घायल भी हुए हैं। नक्सलियों ने मौके पर से पुलिस की 13 बंदूकें भी लूट लीं। झारखंड के डीजीपी जीएस रथ और गढ़वा के उपायुक्त आरपी सिन्हा ने इसकी पुष्टि कर दी है।घटनास्थल के लिए रांची से हेलीकाप्टर रवाना हो गया है। हेलीकाप्टर घायलों को इलाज के लिए रांची लाएगा।
काफिले में जिला परिषद अध्यक्ष सुषमा मेहता, जिला परिषद सदस्य हीरवंती देवी और भंडरिया के बीडीओ वासुदेव महतो बाल-बाल बच गए। शुरू में बीडीओ के भी मौत की खबर आ रही थी, जो गलत साबित हुई। विस्फोट की सूचना पाकर जिले के डीसी व एसपी समेत भारी संख्या में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान मौके पर पहुंच गए हैं।
नक्सलियों ने वारदात के समय जिला परिषद की अध्यक्ष सुषमा मेहता को अंगरक्षकों संग बंधक भी बना लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि इलाके के स्थानीय लोग अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। ग्रामीणों ने रोड जाम भी कर रखा था। इसी के बाद ग्रामीणों को समझाने व रोड जाम हटाने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष, बीडीओ वासुदेव प्रसाद व थाना प्रभारी समेत सभी लोग मौके पर जा रहे थे कि तभी लैंड माईंस विस्फोट से इलाका थर्रा उठा। इस विस्फोट की चपेट में पुलिस के एक एंटी लैंड माईंस वाहन और एक थाने की गाड़ी आ गयी। इसी गाड़ी में थाना प्रभारी पुलिस जवानों के साथ मौके पर जा रहे थे।
विस्फोट के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर मौजूद दो स्थानीय पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने उनके एक बड़े नेता को गुप्त तरीके से पकड़ रखा है। इसके अलावा पुलिस लगातार हमारे खिलाफ अभियान चला रही है। इसी के विरोध में इस घटना को अंजाम दिया गया है। इसके बाद नक्सली पुलिस जवानों के हथियार लेकर भाग निकले।
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