जर्मनी से दिल्ली घूमने आए दंपति को एक टैक्सी ड्राइवर ने ट्रेवल एजेंट के साथ मिलकर चूना लगा दिया। दंपति को जाना था पहाड़गंज लेकिन पहुंचा दिया पुष्कर। हालांकि पुलिस ने दोंनों को सलाखों के पीछे पहुंचता तो दिया, लेकिन इस घटना ने दिल्ली को शर्मसार कर दिया।
कल रात जर्मनी से आए काई ट्रोस्ट्रम और पत्नी शिरीन ट्रोस्ट्रम को दिल्ली एयरपोर्ट से पहाड़गंज के होटल जाना था। उन्होंने एयरपोर्ट से प्री पेड टैक्सी ली। टैक्सी ड्राइवर राजेंद्र सिंह उन्हें लेकर पहाड़गंज के लिए चला, लेकिन रास्ते में दंपति से कहा कि उसे होटल नहीं मिल रहा है।
जर्मन दंपति ने उसे फोन नंबर दिया। राजेंद्र ने होटल में फोन मिलाने की एक्टिंग की और बताया कि वहां कमरा खाली नहीं है। दंपति कुछ कहता इससे पहले ही उसने तुरंत दूसरी कॉल मिलाई और कहा कि उसका दोस्त कमरे का बंदोबस्त कर देगा। इसके बाद वह एक ट्रेवल एजेंट के यहां पहुंचा और दंपति को जहांगीर वानी से मिलवाया।
उसने भी दंपति से कहा कि धुंध के चलते सभी होटल बुक हैं, लिहाजा वे दिल्ली से बाहर चले जाएं। जब दंपति ने इनकार किया तो जहांगीर ने कहा कि दिल्ली में कफ्यरू लगा हुआ है, इसलिए उन्हें बाहर जाना होगा। दंपति के मुताबिक, मना करने के बावजूद वह दबाव डालता रहा। फिर राजेंद्र ने उनसे क्रेडिट कार्ड मांगा। एकबारगी तो दंपति को लगा जैसे कार्ड नहीं दिया तो दोनों उसकी जान ले लेंगे।
जब कार्ड दे दिया तो जहांगीर ने 1,16,000 रुपये का बिल काटा और दूसरी टैक्सी में उन्हें पुष्कर रवाना कर दिया। सहमे दंपति ने वहीं रात बिताई और सुबह बस से दिल्ली आकर जर्मन दूतावास में शिकायत की। डीसीपी (आईजीआई) आर.ए. संजीव ने बताया कि शिकायत मिलते ही आईजीआई पुलिस ने जहांगीर और राजेंद्र को गिरफ्तार किया। राजेंद्र पहले भी दलाली के एक मामले में आरोपी है।
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