अपने ' सद्भावना मिशन ' के अगले पड़ाव के तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोधरा में एक दिन का उपवास कर रहे हैं। एक तो जुम्मे का दिन और उस पर से दस साल पहले गोधारा में हुए दंगों की वजह से कस्बे में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
स्थानीय बीजेपी नेताओं को लगता है कि इस कार्यक्रम में वहां खासी भीड़ जमा होगी और यह 50 हजार का आंकड़ा भी पार कर सकती है। माना जा रहा है कि अल्सपसंख्यकों का एक बड़ा वर्ग, जो मोदी समर्थक है, भी वहां जुटेगा। मोदी के उपवास स्थल पर पहुंचते ही वहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। मोदी का विरोध कर रहीं सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी समेत 6 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
उपवास के लिए स्टेट रिजर्व पुलिस ग्राउंड में शानदार मंच तैयार किया गया है। गौर करने लायक बात यह है कि यह उपवास गोधरा कांड की 10 बरसी से करीब महीना भर पहले यहां रखा गया है। 27 फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के एस 6 कोच में आग लगने के बाद 59 लोग मारे गए थे और दंगे भड़के थे।
पंचमहल के एसपी सचिन सचिन भादशाह ने कहा, '1600 पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिहाज से वहां तैनात किए गए हैं जिनमें खास तौर से प्रशिषण प्राप्त 50 चेतक कमांडोज़ भी हैं।' संवेदनशील जगहों और मंच के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। गुरुवार को पंचमहल जिले के बीजेपी प्रेजिडेंट जयप्रकाश पटेल ने कहा कि करीब 10 हजार लोगों ने मोदी के साथ-साथ फास्ट रखने के लिए रजिस्टर करवाया है। उन्होंने कहा कि इस एरिया में किसी तरह का तनाव नहीं है और तनाव को ले कर अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। गोधरा कांड के बाद यहां कई बार मोदी के कार्यक्रम हुए हैं और कहीं कुछ नहीं हुआ है।
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