उत्तर प्रदेश में बीजेपी की तरफ से महोबा की चरखारी सीट से टिकट मिलने के बाद उमा भारती ने फ्रंट फुट से मोर्चा संभाल लिया है। बाहरी होने के आरोप पर उमा ने राहुल गांधी को करारा जवाब देते हुए कहा कि अगर सोनिया गांधी इटली से आकर चुनाव लड़ सकती हैं तो वह मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश क्यों नहीं आ सकतीं। उमा भारती ने कहा कि वह उनके (राहुल के) संरक्षक दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश में धूल चटा चुकी हैं और अब उत्तर प्रदेश में उनकी बारी है। दरअसल, राहुल गांधी ने बुंदेलखंड की सभा में उमा भारती पर निशाना साधते हुए कहा था, 'जब यूपी की जनता के लिए हम लड़ाई लड़ रहे थे तब उमा भारती कहां थीं और आज जब चुनावी माहौल आया तो वह प्रकट हो गईं। इन्हें (उमा भारती) जब एमपी से भगा दिया गया तो यूपी आ गईं।'
उमा भारती को बुंदेलखंड क्षेत्र से ही टिकट मिला है। इसीलिए राहुल के बयान से उमा भारती ज्यादा खफा हो गईं और राहुल के जवाब में सोनिया गांधी का हवाला दिया। उत्तर प्रदेश में बीजेपी बहुत मजबूत स्थिति में नहीं है फिर भी गठबंधन की सरकार में बीजेपी की तरफ से उमा भारती मुख्यमंत्री पद की दावेदार हो सकती हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि पार्टी ने नहीं की है।
राहुल गांधी पर उमा के हमले के जवाब में कांग्रेस के नेताओं ने बगैर देर किए उमा के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 'उमा भारती हमें क्या धूल चटाएंगी? पिछले चुनावों में खुद उनकी पार्टी उनके गृह प्रदेश में तीसरे नंबर पर रही थीं।' कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि उमा भारती बीजेपी से निकाली गई थीं। अब दोबारा बीजेपी में प्रवेश तो उन्हें मिल गया है, लेकिन मध्यप्रदेश में घुसने की इजाजत नहीं है। इसलिए मजबूरन वह उत्तर प्रदेश में राजनीति करने आई हैं। यूपी में बीजेपी के पास नेता नहीं हैं, इसलिए मजबूरन उसने भी उमा को नेता घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी की ऐसी मजबूर राजनीति भला कांग्रेस के सामने क्या चुनौती पेश कर सकती है?'
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