मुम्बई में 13 जुलाई 2011 को हुए सिलसिलेवार विस्फोटों का एक मुख्य आरोपी हारून राशिद अब्दुल हामिद नाइक वर्ष 2001 में पाकिस्तान में अलकायदा के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन से मिला था और उसके अधीन प्रशिक्षण प्राप्त किया। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वर्तमान में नाइक एक अन्य मामले में जेल में बंद है।
मुम्बई पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख राकेश मारिया के अनुसार, ‘नाइक (55) को नकली मुद्रा रखने के आरोप पर पिछले साल 22 अगस्त को मुम्बई के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया था। नाइक तबसे जेल में बंद है।’
मारिया ने बताया, ‘नाइक वर्ष 2000 में पाकिस्तान में दाखिल हुआ था। इसके बाद वर्ष 2001 में वह बहावलपुर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी शिविरों में ‘दौरा-ए-आम’ और ‘दौरा-ए-खास’ नाम से प्रशिक्षण प्राप्त किया।’’ ज्ञात हो कि 13 जुलाई को मुम्बई के ओपेरा हाउस, दादर और झावेरी बाजार में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में कम से कम 27 लोग मारे गए और करीब 125 घायल हुए। मुम्बई एटीएस ने विस्फोटों के सिलसिले में गत 23 जनवरी को दो संदिग्धों नकी अहमद वसी अहमद शेख (22) और नदीम अख्तर अशफाक को गिरफ्तार किया। एटीएस मामले में नाइक की भूमिका को लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें