भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता से दक्षिण एशिया में समृद्धि व खुशहाली चाहने वालों का भरोसा बढ़ा है। यह राय पाकिस्तान के समाचार पत्र 'डॉन' ने व्यक्त की है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा की चार दिवसीय पाकिस्तान यात्रा का जिक्र करते हुए समाचार पत्र ने बुधवार को प्रकाशित अपने सम्पादकीय में लिखा है कि पिछले 64 साल में किसी भारतीय वाणिज्य मंत्री की यह पहली पाकिस्तान यात्रा है और इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक सम्बंधों को बेहतर बनाने की प्रक्रिया में तेजी आने के आसार हैं।
शर्मा 100 से अधिक कम्पनियों के व्यावसायिक प्रतिनिधियों के साथ सोमवार से पाकिस्तान के चार दिवसीय दौरे पर हैं। समाचार पत्र ने लिखा है, "भारत और पाकिस्तान के बीच वाणिज्य सचिव स्तर की वार्ता पिछले साल अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसके बाद से अब तक इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। दोनों देशों के बीच वार्ता वर्ष 2008 के मुम्बई हमले के बाद से ही बंद थी।" समाचार पत्र के अनुसार, "भारत ने विशेषकर पाकिस्तान से सम्बंधित सीमा शुल्क प्रतिबंधों को हटाने पर सहमति जताई है। पाकिस्तान गैर-व्यापारिक वस्तुओं की नकारात्मक सूची में बदलाव और 2,000 से भी कम वस्तुओं के व्यापार की अनुमति देने वाली सकारात्मक सूची को समाप्त कर रहा है।"
समाचार पत्र ने लिखा है, "भारत के साथ-साथ पाकिस्तान में भी लोग इस बात को महसूस कर रहे हैं कि दक्षिण एशिया में व्याप्त आर्थिक सम्भावनाओं का समुचित इस्तेमाल तब तक नहीं हो सकता, जब तक कि यहां शांति स्थापित न हो।" पिछले साल सितम्बर में पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री मखदूम अमीन फहीम ने द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को उदार बनाने के लिए भारत की यात्रा की। 35 साल में किसी पाकिस्तानी वाणिज्य मंत्री की यह पहली भारत यात्रा थी।
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