भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू के 'बिहार में प्रेस की आजादी नहीं' सम्बंधी बयान को लेकर सोमवार को बिहार विधानसभा के बाहर और भीतर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया। विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले गेट के बाहर सभी विपक्षी सदस्यों ने प्रेस की आजादी को लेकर विभिन्न तरह के नारे लिखे तख्तियों को लेकर सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए। इसके बाद जब सदन प्रारंभ हुआ तब भी सदन के अंदर काटजू के बयान को लेकर हंगामा किया। इसके बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया।
विपक्ष के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, "पूर्व में तो हमलोग यह कहते रहते थे लेकिन अब तो एक जिम्मेवार व्यक्ति काटजू ने बिहार में आकर यह बात कही है। प्रेस की आजादी पर बंधन लगाना लोकतंत्र की हत्या है जिसे विपक्ष कभी नहीं होने देगा।" गौरतलब है कि पटना में शुक्रवार को एक समरोह में काटजू ने कहा था कि बिहार में प्रेस की स्थिति अच्छी नहीं है। अगर यहां कोई सरकार या सरकारी अधिकारी के खिलाफ लिख दे तो उसे परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा था कि लालू के शासन काल से बिहार में विधि -व्यवस्था की स्थिति में सुधार जरूर हुआ है परंतु प्रेस की आजादी कम हो गई है। लालू के शासनकाल में प्रेस यहां आजादी से काम करता था।
उन्होंने कहा कि बिहार में अगर कोई पत्रकार सरकार के खिलाफ लिख देता है तो उसके मालिकों पर दबाव बनाकर उस पत्रकार को नौकरी से निकालवा दिया जा रहा है या उसे तंग करने की नीयत से स्थानांतरण करवा दिया जा रहा है।
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