भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मार्केंडय काटजू ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में जो कुछ हो रहा है वह प्रेस की आजादी के खिलाफ है। इस मामले की पूरी तहकीकात के लिए परिषद की एक तीन सदस्यीय समिति जांच करेगी। पटना में एक समरोह में काटजू ने कहा कि उन्हें जो जानकारी मिली है वह प्रेस के लिए अच्छी नहीं है। अगर यहां कोई सरकार या सरकारी अधिकारी के खिलाफ लिख दे तो उसे परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासन काल से बिहार में विधि -वयवस्था की स्थिति में सुधार जरूर हुआ है परंतु प्रेस की आजादी कम हो गई हैं। लालू के शासनकाल में प्रेस यहां आजादी से काम करता था।
उन्होंने कहा कि बिहार में अगर कोई पत्रकार सरकार के खिलाफ लिख देता है कि उसके मालिकों पर दबाव बनाकर उस पत्रकार को नौकरी से निकलवा दिया जा रहा है या उसे तंग करने की नियत से स्थानांतरण करवा दिया जा रहा है। काटजू ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वे जो भी बातें कह रहे हैं वह केवल सुनी हुई हैं और यह स्थिति प्रेस के लिए अच्छी नहीं है। इस कारण वे इस पूरे मामले की जांच करवाएंगे।
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