चुनाव आयोग ने मंगलवार को कहा कि उसने विधि मंत्री सलमान खुर्शीद के उस पत्र पर अभी कोई फैसला नहीं किया है, जिसमें उन्होंने अल्पसंख्यक आरक्षण के मुद्दे पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर खेद प्रकट किया है। खुर्शीद द्वारा आयोग को कल देर रात भेजे पत्र पर उसकी प्रतिक्रिया को लेकर चल रही अटकलों के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि आयोग को इस खास मुद्दे पर अभी चर्चा करनी है, क्योंकि उसके पास और भी अनेक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। कुरैशी ने आज सुबह आयोग की एक बैठक के बाद कहा कि आयोग अन्य महत्वपूर्ण चीजों में व्यस्त है, वह इस पर उचित समय पर विचार करेगा। आयोग ने आज एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने के अलावा चुनाव कानूनों के उल्लंघन की शिकायतों को लेकर आए अखिल भारतीय संत समाज के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की ।
इससे पहले आज सुबह आयोग के सूत्रों ने संकेत दिया था कि खुर्शीद द्वारा अफसोस जाहिर किये जाने और दोबारा इस मुद्दे को न न उठाने का भरोसा जताये जाने के मद्देनजर चुनाव आयोग द्वारा इस मुद्दे को समाप्त किये जाने की संभावना है। कल देर रात निर्वाचन आयोग को भेजे एक पत्र में खुर्शीद ने कहा कि वह निर्वाचन आयोग के आगे सिर झुकाते हैं। उन्होंने साथ ही भविष्य में इस प्रकार की स्थिति की पुनरावृत्ति नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जाहिर की । चुनाव आयोग को खुर्शीद का पत्र ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस चुनाव आयोग के खिलाफ उनकी टिप्पणियों को खारिज कर चुकी है । कांग्रेस ने कहा था कि जिम्मेदार पदों पर आसीन लोगों को जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए। अपने संक्षिप्त पत्र में विधि मंत्री ने कहा कि मैं इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं और बयान पर अफसोस जाहिर करता हूं। कानून का उल्लंघन करना और चुनाव आचार संहिता को कमतर करना, कभी मेरी मंशा नहीं थी। मैं आयोग तथा उसके द्वारा लिए गए और लिए जा रहे फैसलों का बेहद सम्मान करता हूं।
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