टकराव के कारण सहारा इंडिया और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच उत्पन्न हुए विवाद का अंत सोमवार को होने वाली बीसीसीआई की कार्यकारिणी की बैठक में हो सकता है। इन दो संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने क्रिकेट के स्पांसरशिप के अलावा अन्य मुद्दों पर सोमवार को होने वाली बीसीसीआई की बैठक के पहले रविवार को आपस में बातचीत की। कार्यकारिणी की बैठक चेन्नई में होगी।
सहारा और बीसीसीआई ने एक संयुक्त बयान में कहा, "सहारा और बीसीसीआई की आज बैठक हुई और इसमें सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बात पर सहमति बनी कि इन मुद्दों पर बीसीसीआई की कार्यकारिणी की बैठक में आगे भी चर्चा की जाएगी। पूरी बातचीत इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भारतीय क्रिकेट के हितों पर केंद्रित थी।" लगभग 90 मिनट तक चली इस बैठक में सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय, बीसीसीआई के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन, सचिव संजय जगदाले, कोषाध्यक्ष अजय शिरके और आईपीएल आयुक्त राजीव शुक्ला भी सम्मिलित हुए।
उल्लेखनीय है कि सहारा ने बीसीसीआई के साथ जारी लाखों डॉलर कीमत की स्पांसरशिप और पुणे फ्रेंचाइजी टीम से खुद को अलग करने की घोषणा करके बीसीसीआई को चौंका दिया था। सहारा की दलील थी कि उसे एक बार फिर बीसीसीआई से उचित न्याय नहीं मिला है। सहारा का यह फैसला आईपीएल-5 की नीलामी के शुरू होने से कुछ समय पहले ही आया था। इस नीलामी में 144 खिलाड़ियों की बोली लगनी थी लेकिन पुणे वारियर्स ने इस नीलामी में हिस्सा नहीं लिया लेकिन उसने अपने बयान में कहा कि वह बीसीसीआई को दो से चार महीनों तक 'स्पांसरशिप की राशि देना जारी रखेगा'।
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