सोनिया और प्रियंका का एक साथ प्रचार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012

सोनिया और प्रियंका का एक साथ प्रचार


उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान जोर पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी गढ़ रायबरेली में पहली बार मंच पर एक साथ दिखीं। दोनों ने मुख्यमंत्री मायावती के इस आरोप पर पलटवार किया कि केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की उपेक्षा की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस-नीत केंद्र सरकार देश के हर राज्य को एक नजर से देखती है और उसकी विकास योजनाएं सभी राज्यों के लिए हैं। 

राजकीय कालेज मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा, "कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार नीतियां और योजनाएं लागू करते समय कभी यह नहीं देखती कि किस राज्य में किस राजनीतिक दल की सरकार है। हम चाहते हैं कि सभी प्रदेश के लोग देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।" उन्होंने कहा, "पूरे देश के साथ हमने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए बिना भेदभाव एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राशि दी, लेकिन सबके विकास के लिए भेजे गए उन पैसों का सही इस्तेमाल नहीं हुआ। गरीब जनता के साथ बसपा सरकार ने धोखा किया है।"

सोनिया ने कहा, "आज उत्तर प्रदेश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। किसानों को बिजली, खाद और बीच के साथ-साथ फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। गरीबों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।" बसपा सरकार पर विकास परियोजनाओं के लिए जमीन न देने का आरोप लगाते हुए सोनिया ने कहा, "हमने उत्तर प्रदेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जैसा अस्पताल खोलने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन बसपा सरकार ने उसे ठुकरा दिया।"

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में विकास के बजाय जात-पात की राजनीति की। इन दलों के रहते रायबरेली ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश के विकास की उम्मीद नहीं की जा सकती।" उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश की हालत देखकर दुख होता है.. जिन लोगों ने पिछले दो दशक से ज्यादा समय से यहां हुकूमत चलाई, उन्होंने प्रदेश को बदहाली के कगार पर पहुंचा दिया। कांग्रेस के जमाने में उत्तर प्रदेश की हालत क्या ऐसी थी? कोई सोच नहीं सकता था कि जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री के उत्तर प्रदेश को कुछ लोग इतनी बदहाली तक पहुंचा देंगे। पिछले 20-22 वर्षो में जिन दलों ने यहां सरकारें बनाईं, उनका विकास से कोई लेना-देना नहीं था।

सोनिया ने कहा कि कांग्रेस हर वर्ग की पार्टी है। सेवा और विकास कांग्रेस का इतिहास रहा है और गरीबों के हित में खड़ी रहने के अपने संकल्प पर यह हमेशा कायम रही है और रहेगी। उधर, मंच पर सोनिया के साथ प्रियंका ने हुंकार भरते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश के नए भविष्य और विकास का ऐलान इंदिराजी की धरती से होगा। हमें विश्वास है कि रायबरेली की पांचों विधानसभा सीटें कांग्रेस को सौंपकर यहां की जनता साबित कर देगी कि प्रदेश को भ्रष्टाचार और अराजकता के अंधकार से निकालने और प्रगति की राह पर ले जाने की क्षमता कांग्रेस पार्टी में है, जिसे वह समझ चुकी है।" प्रदेश में बदलाव लाने की अपील करते हुए प्रियंका ने लोगों से कहा, "आन-बान-शान से जीना है तो उठो, जागो और प्रदेश को बदलो।"

कोई टिप्पणी नहीं: