मुंबई हमलों के आरोपी मोहम्मद हफीज सईद के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि पाकिस्तानी सेना उन्हें मुख्यधारा की राजनीति में लाने की कोशिश में जुटी हुई है। इन दिनों सईद जिस तरह रैलियां कर रहे हैं और कट्टरपंथी तत्वों को जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, उससे हफीज के राजनीति में आने के साफ संकेत मिल रहे हैं।
सईद पाकिस्तान में होने वाली सभाओं में भारत के खिलाफ आग उगलकर पाकिस्तानी लोगों की सहानुभूति हासिल करते हैं। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए सईद ने दावा किया है कि पाकिस्तान में कोई आतंकवादी नहीं है। सईद ने भारत को कश्मीर के मुद्दे पर निशाने पर लेते हुए कहा है कि भारत ने सेना के दम पर कश्मीर पर कब्जा कर रखा है। बीबीसी को दिए इंटरव्यू में सईद ने मुंबई हमले में न सिर्फ खुद का दामन पाक साफ बताया बल्कि यह भी दावा किया कि इसमें किसी भी पाकिस्तानी संगठन का हाथ नहीं है।
पाकिस्तान में सक्रिय संगठन ‘जमात उद दावा’ के प्रमुख सईद ने इस इंटरव्यू में कहा है कि पाकिस्तान में कोई चरमपंथी नहीं है, न इसकी कोई हक़ीक़त है और न भारत के पास इसका कोई सबूत है लेकिन अफसोस है कि जो कुछ भी होता है तो पाकिस्तान पर आरोप मढ़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीर से अपना फौज़ी कब्ज़ा छोड़ना चाहिए और अगर भारत कश्मीर छोड़ दे तो सारे मसले हल हो सकते हैं। सईद के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत ज़रुरी है लेकिन इसके लिए पहले भारत कश्मीर से अपना कब्ज़ा हटाए और आक्रामक रवैया छोड़ दे। सईद का कहना है कि दोनों देशों के बीच बातचीत ज़रूरी है, लेकिन भारत को ऐसा क़दम उठाना होगा जिससे लगे कि वह पाकिस्तान का दुश्मन नहीं बल्कि दोस्त है। सईद ने तकरीबन ललकारते हुए कहा है, 'भारत तो कश्मीर पर बात नहीं करता है। मैं समझता हूं कि भारत के पास वह शक्ति और हिम्मत नहीं है कि वह कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत करे।'
कश्मीर में पाकिस्तानियों की तरफ से होने वाली घुसपैठ पर सफाई देते हुए सईद ने कहा कि पूरा कश्मीर एक है। एक कश्मीरी का दूसरे कश्मीरी से मिलना कोई घुसपैठ नहीं है। सईद के मुताबिक, 'सीमा पर सिर्फ नियंत्रण रेखा है, कोई अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं है। इसलिए यह घुसपैठ नहीं है। सईद ने कहा कि घुसपैठ तो भारत ने 1971 में पूर्वी पाकिस्तान में घुस कर की थी और उस हिस्से को पाकिस्तान से अलग कर दिया था।'
पानी के मुद्दे पर पाकिस्तान में आयोजित होने वाली रैलियों में भारत के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले सईद ने कहा कि भारत उन नदियों पर बांध बना रहा है, जो पाकिस्तान से होकर गुजरती हैं। सईद के मुताबिक इससे भारत को तो फायदा होगा लेकिन उनके देश की खेतीबाड़ी बर्बाद हो जाएगी। सईद को अपनी देश की सरकार का वह फैसला भी रास नहीं आया है, जिसमें भारत को सर्वाधिक वरीयता वाले देश का दर्ज़ा दिया गया है। सईद का मानना है कि इससे पाकिस्तान को नुकसान होगा।
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