राज्य की स्थापना के 100वें साल के जश्न की पूरी तैयारी जोरों पर है। शताब्दी समारोह के मुख्य स्थल गांधी मैदान में पूरे बिहार की यादगार और ऐतिहासिक छवियां उतारी जाएंगी। लाइट साउंड की मनोरम छटा होगी। बिहार की लोककलाएं दिखेंगी। पटना का गुरुद्वारा, म्यूजियम, सासाराम का किला, मनेर शरीफ का दरगाह, राजगीर और नालंदा के मनोरम दृश्य सब गांधी मैदान में प्रतिकीर्ति के रूप में उतरेंगे।
गुरुवार को पूजा के साथ ही डिजायनर उमेश शर्मा और उनकी सौ कलाकारों-सहयोगियों की टीम समारोह स्थल पर काम में जुट गई। जश्न शताब्दी का है तो माहौल और आवरण भी आकर्षक होगा। पटना आर्ट कॉलेज स्नातक और चर्चित डिजाइनर उमेश शर्मा ने बताया कि 24 लाख वर्गफीट में समारोह होगा। रिजर्व बैंक की ओर 4 लाख वर्गफीट में नेशनल व्यंजन मेला लगेगा।
कारगिल चौक की ओर 4 लाख वर्गफीट में पार्किंग और 12 लाख वर्गफीट में कार्यक्रम स्थल रहेगा। इसमें तीन प्रवेश द्वार होंगे। एक एसबीआई की ओर, एक बीच मैदान में और एक व्यंजन मेला का। तीनों 150 फीट लंबा और 50 फीट ऊंचा। कार्यक्रम स्थल पर दस प्रेक्षागृह होंगे। एक में वीडियो शो, एक सिनेमा हॉल, एक में फोटो प्रदर्शनी, एक में पुरातत्व विभाग का एक्जीविशन होगा। शेष छह हॉलों में शैक्षिक-सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी। कार्यक्रम स्थल के बीच का भाग इस बार आकर्षण बनेगा। प्रेक्षागृहों का फेशिया मूर्तिकार रश्मि बना रही हैं। रश्मि आठ फीट का एक ग्लोब बना रही हैं। उस पर बिहार का नक्शा और 100 साल अंकित होगा। ग्लोब के 35 फीट ऊपर सैकड़ों की संख्या में उड़ती चिडि़यां की तस्वीर देखने वालों को अचंभित करेगी। समारोह स्थल के केन्द्र में किलानुमा पौरानिक घर में प्रदर्शनी लगेगी। जिसमें राज्य के सभी भागों के क्राफ्ट दिखेंगे।
आयोजन स्थल को चार सड़कें विभाजित करेंगी। यहां चार धर्मो की झांकी होगी। 18 फीट की ऊंचाई पर बिहार के पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों -तुरही, डंका, डफ, सिंघा, नगाड़ा, ढोलक, शहनाई आदि की मूर्तियां लगेंगी। पूरे परिसर में सुकांत द्वारा बनाए गए शताब्दी समारोह के 100 लोगों लगे होंगे। इसे उमेश शर्मा की टीम निशुल्क बना रही है। अन्य निर्माण कार्यो पर 32 लाख का खर्च है। मंच और मूतिर्यो के निर्माण की राशि इससे अलग है। अद्भुत होगा मुख्य मंचशताब्दी समारोह का मुख्य मंच इस बार अब तक का सबसे वृहत मंच होगा। आलोक जैन को इसका जिम्मा दिया गया है। मंच 100 फीट वाई 60 फीट का होगा जिस पर एक साथ दर्जनों कलाकार अपनी प्रस्तुतियां करेंगे। श्री जैन ने बताया कि मंच कैसा होगा, इस पर अंतिम रूप से मंथन चल रहा है।
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