सामाजिक कार्यकर्ता शेहला मसूद हत्याकांड में भोपाल की इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा परवेज और सुपारी किलर साकिब डेंजर को छह मार्च तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया। सीबीआई ने आज साकिब डेंजर नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। साकिब पर शेहला की हत्या के लिए सुपारी दिलवाने में मदद करने का आरोप है। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है।
सीबीआई जाहिदा परवेज को हत्याकांड का मास्टरमाइंड बता रही है। जाहिदा और साकिब को इंदौर की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया। बताया जाता है कि इससे पहले कानपुर से गिरफ्तार इरफान ने यह मान लिया है कि उसने शेहला की हत्या के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी ली थी।
जाहिदा सहित तीन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। उनसे रात भर पूछताछ की गई। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि जाहिदा ने भाड़े के शूटर से हत्या कराने की बात स्वीकार की है। सीबीआई ने शेहला के एक करीबी दोस्त को गिरफ्तार किया है। लेकिन जाहिदा की इस महिला दोस्त ने आज मीडिया से बात करते हुए खुद को बेगुनाह बताया और कहा, 'सीबीआई का कहना है कि जांच एजेंसी के पास उनके खिलाफ सुबूत हैं। मैं अदालत में देखना चाहूंगी कि उनके पास मेरे खिलाफ क्या सुबूत हैं।' हालांकि, जाहिदा की इस मित्र की पहचान साफ नहीं हो पाई है। सीबीआई ने जाहिदा के पति असद सहित तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है।
सीबीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शेहला की असद से नजदीकी जाहिदा को पसंद नहीं थी। हत्या की एक वजह यह भी हो सकती है। बताया जा रहा है कि जाहिदा परवेज और शेहला कुछ साल पहले तक जिगरी दोस्त थीं। जाहिदा को पर्यटन निगम में काम दिलाने में भी शेहला ने मदद की थी। लेकिन बाद में उनके रिश्तों में खटास आ गई, हालांकि इसकी वजह साफ नहीं है। कहा जा रहा है कि पर्यटन निगम के कुछ कामकाज को लेकर दोनों के बीच अनबन हुई थी। इसके अलावा प्रॉपर्टी व अन्य विवादों की भी चर्चा है।
सीबीआई की टीम मंगलवार की शाम को जाहिदा परवेज के एमपी नगर जोन वन के चित्तौड़ कॉम्पलेक्स के समीप स्थित दफ्तर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की टीम ने मामले की तह तक जाने के लिए असद परवेज से अकेले में भी पूछताछ की। सीबीआई भी ये जानने की कोशिश कर रही है कि क्या शेहला और जाहिदा के संबंधों में इतनी खटास आ गई थी कि वह उसकी हत्या करवाने जैसा कदम उठा सकती है? इसके अलावा सीबीआई अधिकारियों ने असद की मां और बहन साबिया से भी पूछताछ की है। सीबीआई की पूछताछ से पहले असद परवेज ने दैनिक भास्कर को बताया कि उनकी पत्नी जाहिदा का शेहला हत्याकांड में कोई हाथ नहीं है। असद का आरोप है कि सीबीआई ने उनकी पत्नी को फंसाया है।
भोपाल के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखने वाली जाहिदा शुरू से ही महत्वाकांक्षी रही है। उसने सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर से इंजीनियरिंग में बीई किया है। उसकी शिक्षा क्राइस्ट चर्च स्कूल से हुई थी। जाहिदा के करीबी रिश्तेदारों ने बताया कि असद से उसका निकाह साल 1994 में हुआ था। असद खुद भी इंजीनियर हैं और उनके परिवार के पेट्रोल पंप, सीमेंट, ऑफसेट प्रिंटिंग, शिक्षण संस्थान और मेडिकल से जुड़े कारोबार हैं।
सीबीआई ने असद के घर पहुंच कर अलमारियों के दस ताले तोड़े और वहां रखे दस्तावेजों को जब्त किया। बताया जा रहा है कि इनसे सीबीआई को महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। मोहम्मद खान व एक अन्य ताला तोड़ने वाले ने इन अलमारियों को खोला। दो अलमारियों के ताले न टूटने पर जाहिदा से सीबीआई ने चाबी मंगवाई थी। इसके अलावा सीबीआई ने असद के दोनों पेट्रोल पंपों से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
शेहला मसूद की 16 अगस्त 2011 को उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह अन्ना हजारे के समर्थन में आयोजित धरने में शामिल होने के लिए अपने कोहेफिजा स्थित घर से निकल रही थी। सितंबर के पहले सप्ताह में इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई ने 30 से ज्यादा बिंदुओं पर पड़ताल करते हुए 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। इनमें कई राजनीतिज्ञों और अफसरों सहित नामी गिरामी लोग शामिल हैं।
शेहला के पिता सुल्तान मसूद ने सीबीआई पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। सुल्तान मसूद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जांच एजेंसी के अधिकारी उनसे अब तक नहीं मिले हैं। उन्होंने शेहला की हत्या करने वाले लोगों से किसी तरह की जान पहचान से इनकार किया है।
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