क्रिकेट से नाता तोड़ने के तीन दिन बाद सहारा इंडिया ने भारतीय हॉकी के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मंगलवार को पांच साल का स्पांसरशिप सम्बंधी करार जारी रखने का फैसला किया था। सहारा ने बुधवार को साफ किया कि इस करार के बदले वह हॉकी इंडिया को सालाना आठ करोड़ रुपये देगा।
अब तक सहारा हॉकी इंडिया को सालाना तीन करोड़ रुपये देता आया है लेकिन इसमें 170 फीसदी का इजाफा किया गया है। सहारा के एक सूत्र के मुताबिक हॉकी इंडिया ने सालाना 12 से 14 करोड़ रुपये की मांग की थी लेकिन सहारा इसके लिए तैयार नहीं हुआ। सहारा ने अपने स्पांसरशिप सम्बंधी करार का नवीकरण करते हुए मंगलवार को महिला एवं पुरुष हॉकी के साथ-साथ जूनियर वर्गो के लिए पांच साल का करार करने का फैसला किया था।
सहारा और हॉकी का रिश्ता बहुत पुराना है। साल 2003 में सहारा ने पहली बार हॉकी को प्रायोजित किया था। उससे पहले कैस्ट्रोल हॉकी इंडिया का स्पांसर था। यह वह वक्त था जब भारतीय हॉकी महासंघ देश में हॉकी की देखरेख कर रहा था। 2003 में सहारा द्वारा किया गया करार आठ साल का था, जो 2011 में समाप्त हो गया। इसके बाद सहारा ने हॉकी इंडिया के साथ छह महीने का और करार किया, जो इस साल जनवरी में समाप्त हुआ। नए करार के बाद भारत की महिला एवं पुरुष टीमें 18 से 26 फरवरी तक नेशनल स्टेडियम में खेले जाने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर्स में सहारा के लोगो के साथ खेलती दिखेंगी।
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