प्रधानमंत्री आवास से कुछ सौ मीटर की दूरी पर नई दिल्ली के वीआईपी इलाके औरंगजेब रोड पर इजराइली दूतावास की गाड़ी में हुए बम विस्फोट को लेकर अब उंगलियां ईरान की तरफ उठ रही हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों में सोमवार को हुए मैग्नेटिक बम धमाके में ईरान का हाथ बताया जा रहा है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का मानना है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का इजराइल के अलावा पूरा पश्चिमी जगत और सुन्नी मुस्लिम बाहुल्य देश विरोध कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक सोमवार को इजराइली दूतावास की कार में हुआ विस्फोट इसी विरोध को धता बताने की कोशिश हो सकती है। सूत्र यह भी बताते हैं कि इजराइल ने भारत को यह जानकारी दी थी कि ईरान के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोग इजराइली ठिकाने और इजराइली नागरिकों को निशाना बना सकते हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सोमवार के बम विस्फोट में ईरान के प्रति सहानुभूति रखने वालों में लश्कर ए तोएबा का भी हाथ हो सकता है, जो शिया बाहुल्य देश ईरान से दुश्मनी के बावजूद इजराइल से बहुत ज़्यादा नफरत करता है। हालांकि, ईरान ने इजराइल के उन आरोपों का खंडन कर दिया है, जिसमें इजराइल ने दिल्ली विस्फोट की जिम्मेदारी ईरान के मत्थे मढ़ी थी। ईरान ने उलटे इजराइल पर यह आरोप लगा दिया कि भारत और ईरान के बीच रिश्ते खराब करने के लिए इजराइल ने यह विस्फोट करवाया है।
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